Congress in UP Politics: अपनी खोई हुई जमीन हासिल करने की जद्दोजहद में लगी कांग्रेस (Congress) अब आरएसएस (RSS) की तरह अपने कार्यकर्ताओं की ऐसी टीम तैयार करने में लगी है जो पार्टी विचारधारा से परिचित हों. इसके लिए पार्टी की तरफ से अब तक 25 हजार से अधिक कार्यकर्ताओं (workers) की ट्रेनिंग भी हो चुकी है. पार्टी ऐसे 2 लाख कार्यकर्ता तैयार कर रही है जो पार्टी की विचारधारा से पूरी तरह परिचित हों और जनता के बीच जाकर उन सवालों का जवाब तथ्यों के साथ दें, जो भाजपा (BJP) आरोप लगाती है.


भाजपा झूठा एजेंडा चला रही है
कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने कहा कि भाजपा उनके खिलाफ एक झूठा एजेंडा चला रही है. ऐसे में पार्टी विचारधारा से उन्मुख कार्यकर्ताओं की टीम तैयार करना ही एक मात्र रास्ता है जिससे झूठे एजेंडे का जवाब दिया जा सके. इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में शामिल पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं को एक बुकलेट दी जा रही है. इस बुकलेट मे 13 चैप्टर हैं, जिनमे भाजपा और आरएसएस की तरफ से फैलाए जा रहे झूठ और आक्षेप और उनकी हकीकत का जिक्र है. इस किताब का नाम है 'हम कांग्रेस के लोग, दुष्प्रचार और सच'. 


बुकलेट में शामिल भाजपा के आरोप, जिनका दिया जा रहा जवाब


- भाजपा राष्ट्रवादी पार्टी है और कांग्रेस देशद्रोहियों का समर्थन करती है.
- नेहरू ने पटेल को प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया, अगर नेहरू की जगह पटेल देश के प्रधानमंत्री होते तो देश में कोई समस्या नहीं होती.
- कांग्रेस ने देश में 70 सालों में कुछ नहीं किया.
- गांधी जी ने भगत सिंह की फांसी रुकवाने के लिए कुछ नहीं किया, ना किसी कांग्रेस नेता ने उनकी खबर ली.
- कश्मीर के लिए अनुच्छेद 370 लागू करके नेहरू ने उसे भारत से अलग-थलग रखा.
- कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है.
- पाकिस्तान पर कांग्रेस का रुख नरम है.
- कांग्रेस ने आतंकवादियों को बिरयानी खिलाई.
- कांग्रेस सेना के बारे में कुछ नहीं सोचती.
- कांग्रेस ने सुभाष चंद्र बोस, सरदार पटेल और स्वतंत्रता आंदोलन के अन्य नेताओं को महत्व नहीं दिया.
- कांग्रेस के अध्यक्ष सिर्फ नेहरू गांधी परिवार से आते हैं.
- कांग्रेस ने वंशवाद की राजनीति को आगे बढ़ाया है.


किताब में हर बिंदु पर विस्तृत स्पष्टीकरण दिया गया है
'हम कांग्रेस के लोग, दुष्प्रचार और सच' नाम की इस किताब में हर बिंदु पर विस्तृत स्पष्टीकरण दिया गया है. जैसे कांग्रेस ने 70 साल में क्या किया, पार्टी के वो अध्यक्ष जो नेहरू गांधी परिवार से नहीं, इसके अलावा हर बिंदु पर पार्टी ने तर्क और तथ्यों के साथ अपनी बात रखी है. पार्टी के नेताओं का मानना है कि पिछले तीन दशक से नेताओं के भरोसे चुनाव में जाने पर वो नतीजे नहीं मिल पा रहे इसलिए आरएसएस की तरह एक संस्था तैयार करने की दिशा में काम हो रहा है. नाम ना बताने की शर्त पर एक नेता ने कहा कि इस कांसेप्ट से छत्तीसगढ़ में फायदा हुआ है. यूपी में ब्लॉक लेवल तक के कार्यकर्ताओं की ट्रेनिंग हो गई है. ग्राम पंचायत और न्याय पंचायत स्तर तक की ट्रेनिंग होगी. नवंबर के अंत तक 2 लाख कार्यकर्ताओं की ट्रेनिंग पूरी करने का लक्ष्य है. खुद प्रियंका गांधी ने भी ट्रेनिंग पाने वालों को संबोधित किया है.



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