उत्तरकाशी. उत्तराखंड में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में सभी दल जोर-शोर से जुटे हुए हैं. दिल्ली की सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी ने चुनावी मैदान में कूदकर इसे और दिलचस्प बना दिया है. वहीं, चुनाव को लेकर अब सभी दल अपनी-अपनी रणनीति बना रहे हैं. इसी सिलसिले में कांग्रेस ने बड़कोट में बड़ी बैठक का आयोजन किया. बड़कोट में शुक्रवार को कांग्रेस प्रदेश महासचिव, ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष और विधानसभा प्रभारी समेत एक दर्जन कांग्रेस के दिग्गज नेता पहुंचे. इस बैठक में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भी हिस्सा लिया.


कोरोना संक्रमण के चलते ठीक एक साल बाद बड़कोट में जिला कांग्रेस का यह पहला कार्यक्रम था, जिसमे प्रभारी द्वारा बूथ लेबल को मजबूत करने के दिशा निर्देश दिए गये. इसके अलावा आगामी प्रत्याशियों के नाम को लेकर भी कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोलने की कोशिश शुरू हो गयी है. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि दूसरी पार्टी से कांग्रेस का हिस्सा बनने वाले सदस्य को चुनाव टिकट की वरीयता से दूर रखा जाएगा. साथ ही प्रदेश कांग्रेस में सीएम के नाम पर घमासान में इंदिरा हृद्येश और हरीश रावत के बाद अब प्रीतम चौहान के लिए सीएम पद के लिए नारेबाजी भी हुई.


बीजेपी सरकार पर हमला
बैठक में बीजेपी सरकार पर निशाना भी साधा गया. कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश सरकार से लेकर स्थानीय विधायक पर झूठे वादे करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत हर गांव को सड़क से जोड़ने की योजना है. स्थानीय बीजेपी विधायक इस योजना में सड़कों को जोड़े जाने पर श्रेय जता रहे हैं जो गलत है.


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