मेरठ. मेरठ में शराब पीने से हुई मौतों को लेकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज होता जा रहा है. इस घटना के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अवनीश काजला के नेतृत्व में पद यात्रा की घोषणा की गई थी. सबसे पहले सभी कांग्रेस कार्यकर्ता मृतकों के घर पहुंचे, उसके बाद सभी कार्यकर्ताओं ने पद यात्रा शुरू की.


प्रशासन और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भिड़ंत


कार्यकर्ता हाथ में तख्ती, बैनर लेकर नारेबाजी करते हुए यात्रा निकालने लगे. कुछ दूर चलते ही पुलिस प्रशासन ने यात्रा को बीच में गाड़ियों की बैरिकेडिंग कर रस्सी लगाकर रोक दिया. जिसके चलते कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की पुलिस से तीखी नोंक झोक हुई और कार्यकर्ता पद यात्रा निकालने पर अड़ गए. साथ ही धरने पर बैठ गए.


कांग्रेस की मांग


कांग्रेस ने मांग की है कि पूरे प्रकरण की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से करायी जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो. इसके कार्यकर्ताओं की तरफ से मांग रखी गई कि प्रदेश सरकार तत्काल जहरीली शराब की बिक्री पर रोक के लिये ठोस कदम उठाये.


आश्वासन के बाद माने कांग्रेसी


काफी देर हंगामे के बाद प्रशासन ने अभी तक की कार्रवाई से अवगत कराया. सीओ ब्रह्मपुरी अमित राय ने बताया कि बड़ी कार्रवाई की जा चुकी है. सात दिन में बड़े कदम उठाये जाएंगे. उन्होंने आश्वासन दिया कि आपकी बात को ऊपर तक हर हाल में पहुंचाया जाएगा. कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कोविड को ध्यान में रखते हुए निवेदन किया कि यात्रा से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है. हम आपकी मांगे जल्द पूरी कर देंगे. प्रशासन के आश्वासन पर कार्यकर्ता मान गये.


गौरतलब है कि जनपद मेरठ के ब्लाक जानी खुर्द के ग्राम मीरपुर जखेड़ा के पवन पुत्र नरपत की 10 सितम्बर को मौत हो गयी थी. वहीं, मेरठ के ही जानी खुर्द के ग्राम मीरपुर जखेड़ा के जगपाल पुत्र वीर सिंह, मीरपुर जखेड़ा के ही अमित यादव पुत्र भुल्लेराम ने भी दम तोड़ दिया था.


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