UP Politics: कांग्रेस की 'द केरल स्टोरी' फिल्म को लेकर प्रतिक्रिया, कहा- 'बीजेपी की चुनावी...'
Congress on The Kerala Story: बजरंग दल वाले मामले पर वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि बीजेपी के नेता कुछ भी ऐसा कह सकते जिससे उन्हें फायदा हो. क्या बजरंगबली जी ने बजरंग दल बनाया था?
UP News: कांग्रेस विधायक वीरेंद्र चौधरी ने "द केरल स्टोरी" फिल्म को लेकर कहा कि यह सुनियोजित ढंग से बीजेपी 2024 के चुनाव की तैयारी कर रही. इसी के तहत इस फिल्म का निर्माण हुआ. केरल सबसे पढ़ा-लिखा स्टेट है, हंड्रेड परसेंट लिटरेसी है. वह पढ़े लिखे लोग हैं और स्वेच्छा से कहां जाना चाहते, किस धर्म में जाना चाहते हैं उनका अपना मत है. फिल्म में जो टिप्पणी की गई वह सुनियोजित तरीका है आने वाले चुनाव में बीजेपी को फायदा पहुंचाने के लिए, इसी उद्देश्य से फ़िल्म बनाई गई है. केरल में धर्मांतरण जैसे मुद्दे नहीं है. अगर इलिट्रेट पब्लिक हो तो कहा जा सकता बहला-फुसलाकर धर्मांतरण कराया गया. जहां सब लिटरेट हूं उन्हें कौन बहला फुसला सकता.
बजरंग दल वाले मामले पर वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि बीजेपी के नेता कुछ भी ऐसा कह सकते जिससे उन्हें फायदा हो. क्या बजरंगबली जी ने बजरंग दल बनाया था? बजरंगबली जी ने श्री राम जी के लिए लड़ाई लड़ी यह मैं भी मानता हूं. लेकिन बजरंग दल एक राजनीतिक संगठन है जो एक राजनीतिक दल द्वारा प्रेरित करके बनाया गया. भले उसे यह लोग राजनैतिक संगठन कहते हो लेकिन यह लोग राजनीतिक दल द्वारा प्रेरित है जो पार्टी के लिए काम करते हैं. बजरंगबली आस्था के केंद्र हैं, भगवान है हर समाज के लिए पूज्य है. इसका उस दल से कोई लेना-देना नहीं. बजरंगबली जी तो हमारे भी आराध्य हैं.
निकाय चुनाव को लेकर कांग्रेस विधायक वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में जहां भी चुनाव था इस तरह की धांधली मैंने अपने राजनीतिक जीवन में नहीं देखी.ऐसा लगता है कि बैठकर सुनियोजित तरीके से वोटरलिस्ट से नाम काटने का यह काम किया गया. हम राज्यपाल, निर्वाचन आयोग और मीडिया के पास अपनी बात कहेंगे. यह लोकतंत्र का हनन है की मतदाता बूथ पर वोट देने जाए और वापस लौटना पड़े.
वहीं बजरंग दल और "द केरल स्टोरी" फिल्म को लेकर कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष नकुल दुबे ने कहा कि कर्नाटक में सिक्का नहीं चल पा रहा तो इस तरह की बातें की जा रही. कभी बजरंग दल, कभी केरल. बजरंग दल के साथ पीएफआई को बैन करने की भी बात कही गई है, उस पर तो बात नहीं हो रही. राजनीति के माध्यम से हमारे धर्म को अपमानित करने का प्रयास ना करें. बजरंगबली हमारी आत्मा, आस्था, श्रद्धा, विश्वास है.क्या डिप्टी सीएम केशव मौर्य हमको सिखाएंगे, बीजेपी से हमें सीखना पड़ेगा कि बजरंग दल क्या है और बजरंगबली क्या है. इन दोनों को जोड़ना भी बजरंगबली का अपमान है. वोट के लिए इतना भी मत गिर जाओ. क्या सिर्फ बजरंग दल ही मस्जिद तोड़ने गया था, धर्म को राजनीति ना बनने दिया जाए.
कांग्रेस प्रत्याशियों के नाम वोटर लिस्ट से गायब
यूपी निकाय चुनाव को लेकर नकुल दुबे ने कहा की 2022 के विंधानसभा चुनाव में हमारे प्रत्याशी मनोज तिवारी, शहाना सिद्दीकी, सदफ जफर, लल्लन कुमार समेत तमान लोगों के नाम वोटर लिस्ट से गायब हैं. लाखों लोगों के नाम गायब हुए हैं. हम लोग 11 सदस्यीय प्रतिनिधमंडल लेकर कल सुबह 11 बजे राज्यपाल से मुलाकात करने जाएंगे. इसके लिए आज समय मांगा जा रहा. हमारी लड़ाई जारी रहेगी, हमने तय किया है कि निर्वाचन आयोग को एक प्रत्यावेदन देंगे कि हाईकोर्ट के सेटिंग जज की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया जाए. वह इस पूरे मामले की जांच करें, जो दोषी हो उन्हें दंड दिया जाए क्योंकि यह लोकतंत्र की हत्या हो रही.
वोटरलिस्ट बीजेपी कार्यालय में बनी
2022 के विधानसभा चुनाव में बीकेटी से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे लल्लन कुमार ने आरोप लगाया कि ऐसा लगता है कि जो निकाय की वोटरलिस्ट बनी वह निर्वाचन आयोग के लोगों ने बीजेपी कार्यालय में जाकर बनाई होगी. यह देखकर कि कौन कांग्रेस, सपा, बसपा, बीजेपी या किसका वोटर है. इसके बाद लिस्ट में ऐसे लोगों का नाम रखा जो बीजेपी, आरएसएस, बजरंग दल के कार्यकर्ता या नेता. लखनऊ से कांग्रेस की मेयर प्रत्याशी संगीता जायसवाल ने कहा कि कई बूथ पर गए और देखा कि जहां 1200-1400 वोटर है वहां 150, 200, 400 लोगों ने ही वोट डाला. अब बड़ा सवाल है कि आखिर यह वोटर क्यों नहीं आ रहा है वोट डालने. फिर हमने लोगों से बात की तो पता लगा कि उनके नाम ही वोटर लिस्ट से गायब है.