नई दिल्ली, एबीपी गंगा। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है। सिंधिया के इस कदम से पार्टी में खलबली मच गई है। मध्यप्रदेश में पार्टी को बड़ा झटका लगने से बौखलाए कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य पर निशाना साध रहे हैं। कोई उन्हें जयचंद तो कोई गद्दार बता रहा है।
लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को गद्दार तक कह दिया है। अधीर ने मीडिया से कहा कि, 'पार्टी के खिलाफ जाकर गद्दारी करेंगे तो उन्हें एक्सपेल करना ही पड़ेगा। जो बीजेपी हमें खत्म करना चाहती है, उसे आप मजबूत करेंगे तो पार्टी को ऐक्शन लेना ही पड़ेगा।' उन्होंने कहा, 'मुश्किल हालात में पार्टी को छोड़कर जाना बेईमानी है। पार्टी का नुकसान तो जरूर होगा। लगता है कि मध्यप्रदेश में हमारी सरकार नहीं बच पाएगी। लेकिन बीजेपी की आज की राजनीति यही है कि विपक्ष जहां भी है, उसे तोड़ दो।'
कांग्रेस सासंद ने माना कि ज्योतिरादित्य के जाने से कांग्रेस को बड़ा नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि पिछली बार भी मध्यप्रदेश चुनाव में ज्योतिरादित्य को कैंपेन कमेटी के चेयरमैन की भूमिका दी गई थी। बीजेपी के खिलाफ उन्होंने काफी संघर्ष किया था। हम उनके संघर्ष को मानते भी हैं। उन्होंने ज्योतिरादित्य पर कांग्रेस के खिलाफ बीजेपी की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'पता नहीं अब क्या हो गया? पार्टी की हालत हर जगह एक जैसी नहीं रहती है। हमारे पार्टी के लोग बीजेपी की इस साजिश में शामिल हो जाते हैं।'
सिंधिया के इस्तीफे को लेकर कांग्रेस नेता अरुण यादव ने ट्वीट कर कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा अपनाए गए चरित्र को लेकर मुझे जरा भी अफसोस नहीं है। सिंधिया खानदान ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भी जिस अंग्रेज हुकूमत और उनका साथ देने वाली विचारधारा की पंक्ति में खड़े होकर उनकी मदद की थी, आज ज्योतिरादित्य ने उसी घिनौनी विचारधारा के साथ एक बार फिर खड़े होकर अपने पूर्वजों को सलामी दी है।
अरुण यादव ने यह भी कहा कि आने वाला वक्त अपने स्वार्थों के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के 15 वर्षों तक किए गए ईमानदारी पूर्ण जमीनी संघर्ष के बाद पाई सत्ता को अपने निजी स्वार्थों के लिए झोंक देने वाले जयचंदों-मीर जाफरों को कड़ा सबक सिखाएगा।