लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बाढ़ के हालात को चिंताजनक बताते हुए कांग्रेस ने राज्य सरकार से बाढ़ को आपदा घोषित करने की मांग की है. कांग्रस की तरफ से कहा गया है कि बाढ़ की वजह से फसलें नष्ट हो गई हैं और किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है. कांग्रेस ने सरकार से किसानों को मुआवजा देने की मांग की है.


प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार 'लल्लू' ने शनिवार को कहा कि बाढ़ के कारण बहराइच से लेकर बलिया तक हालात बहुत भयावह हैं. जगह-जगह तटबन्धों की दशा भी बेहद दयनीय है. उन्होंने कहा कि इससे सरकार की लापरवाही उजागर होती है. लल्लू ने मांग की है कि सरकार तत्काल प्रभाव से बाढ़ को आपदा घोषित करे और जन-धन की हानि के लिए मुआवजा घोषित करे.


अजय कुमार 'लल्लू' ने कहा कि बाढ़ में अपार जन-धन की हानि हुई है. सरकार को तत्काल प्रभाव से पीड़ित जनता की मदद करनी चाहिए. गोंडा, बहराइच, बाराबंकी, कुशीनगर, गोरखपुर, देवरिया, बलिया, मऊ, आजमगढ़ समेत कई जिलों में गन्ना और धान की फसल डूब गई हैं. कई जिलों में तेज बारिश से भी बहुत नुकसान हुआ है. वहां भी फसलें बर्बाद हो गईं हैं.



हाल ही में बाढ़ को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि ''भाजपा सरकार के झूठे वादों से किसान त्रस्त हैं, कई जिले बाढ़ ग्रस्त हैं, लोग तटबंधों पर या छतों पर दिन गुजार रहे हैं. पशुओं की जिन्दगी भी संकट में है. कई जगह नदियां खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई हैं. सड़कें, पुल क्षतिग्रस्त हैं...बाढ़ की भयावह स्थिति और तटबंध टूटने की आशंका से ग्रामीणों में दहशत है..भाजपा सरकार के पास प्राकृतिक आपदा से किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा देने का समय नहीं है. भाजपा सरकार राज्य की परेशान हाल जनता की खोज खबर नहीं ले रही है''


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