लखनऊ: जनता के बीच में अपने काम को पहुंचाने और विपक्षियों पर निशाना साधने में सोशल मीडिया की भूमिका का महत्व बीजेपी ने बहुत पहले ही समझ लिया था. इसके नतीजे पिछले तमाम चुनाव में देखने को भी मिले. अब कांग्रेस भी बीजेपी की तरह अपनी सोशल मीडिया की भारी-भरकम टीम तैयार करने में जुटी हुई है. प्रदेश से लेकर ग्राम सभा स्तर तक इस टीम को तैयार किया जा रहा है. हाल ही में जब प्रियंका गांधी लखनऊ आईं तो सोशल मीडिया की टीम के साथ अलग बैठक की. आखिर कैसी है कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम और कैसे करती है काम, यहां जानिए.


यूपी कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम में राज्य स्तर पर एक चेयर पर्सन, एक वाइस चेयरपर्सन और तीन स्टेट कोऑर्डिनेटर तैयार किए जा चुके हैं. इसके अलावा 22 जनरल सेक्रेटरी और 80 सेक्रेटरी भी है. 15 को-कोऑर्डिनेटर के नामों की लिस्ट केंद्रीय नेतृत्व को अनुमोदन के लिए भेजी जा चुकी है. जिला स्तर की कमेटी में सभी जगह 11 जिला अध्यक्ष बनाए गए हैं. इसके अलावा सभी विधानसभाओं में उपाध्यक्ष बनाए जा रहे हैं. अब तक लगभग 300 विधानसभाओं में सोशल मीडिया टीम के उपाध्यक्ष बनाए जा चुके हैं. इसके बाद अब दो ब्लॉक पर एक महासचिव और प्रत्येक ब्लॉक पर एक सचिव बनाया जाना है. सभी ब्लॉक, ग्राम सभा, वार्ड में भी अध्यक्ष बनाए जा रहे हैं.


35 से 40 हजार लोगों की टीम होगी तैयार
यूपी कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम के स्टेट चेयर पर्सन अभय पांडेय ने बताया अब तक 1100 लोगों की सक्रिय टीम तैयार हो चुकी है. अगले 15 दिनों में 35 से 40 हजार लोगों की टीम तैयार करने का काम पूरा किया जाएगा. इसके बाद व्हाट्सएप ग्रुप बनाने के काम को तेजी दी जाएगी.


सोशल मीडिया टीम की वाईस चेयर पर्सन पंखुड़ी पाठक कहती हैं कि राजनैतिक परसेप्शन बनाने में सोशल मीडिया का अहम रोल है. बीजेपी सोशल मीडिया पर झूठ, समाज को बांटने वाली खबरें और कांग्रेस के इतिहास को बिगाड़ने वाली खबरें फैलाती है. कांग्रेस बीजेपी के उस झूठ को उजागर करने का काम कर रही है. लाखों कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया की ट्रेनिंग दे रहे हैं. प्रियंका गांधी ने भी हम लोगों साथ मीटिंग कर तमाम सुझाव दिए हैं. हम बीजेपी के हर झूठ का जवाब देंगे.


अन्य पार्टियों की सोशल मीडिया टीम
वहीं बीजेपी के सोशल मीडिया विभाग ने प्रदेश में एक संयोजक व चार सह संयोजक, जिला, क्षेत्र और मंडल स्तर पर एक संयोजक और दो सह संयोजकों की करीब 5800 कार्यकर्ताओं की टीम खड़ी की है. इसके अलावा योजनाएं और कार्यक्रम बूथ कार्यकर्ता तक पहुंचाने के लिए एक लाख 63 हजार बूथों पर एक-एक वाट्सएप ग्रुप बनाए हैं. 
समाजवादी पार्टी ने सोशल मीडिया पर इतना फोकस नहीं किया है. प्रदेश मुख्यालय पर जरूर सोशल मीडिया की 8 से 10 लोगों की एक टीम है जो लगातार पार्टी के कार्यक्रमों की और सरकार के खिलाफ तमाम मुद्दों को अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आगे बढ़ाने का काम करती है. इसके लिए समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं का और तमाम वॉलिंटियर्स का सहारा लेती है. पार्टी के 50 से 60 वेरीफाइड अकाउंट है जिसके जरिए अपने कार्यक्रमों का प्रचार प्रसार और सरकार को घेरने का काम किया जाता है.


सोशल मीडिया के मामले में प्रमुख दलों में बीएसपी सबसे पीछे नजर आती है. कुछ समय पहले तक सिर्फ बीएसपी सुप्रीमो मायावती ही ट्वीटर पर एक्टिव थी. लेकिन बीएसपी भी इस ताकत को समझने लगी है. इसी का नतीजा है कि बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र भी अब ट्विटर पर एक्टिव हैं. चंद दिनों पहले ही पार्टी ने अपना ऑफिसियल ट्विटर एकाउंट वेरीफाई कराया है जिसके बाद उस पर भी ट्वीट नजर आने लगे हैं.


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