Nameplate Controvery: कांवड़ यात्रा रूट पर नेमप्लेट विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का यूपी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि हम हृदय से सुप्रीम कोर्ट का आभार व्यक्त करते हैं. अजय राय ने एबीपी न्यूज से फोन पर बातचीत के दौरान कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट का हृदय से धन्यवाद करते हैं. अजय राय ने कहा कि कोर्ट ने अपने आदेश से स्पष्ट कर दिया है कि ये देश संविधान से चलेगा. 


अजय ने एबीपी न्यूज से बात करते हुए कहा कि "सड़कों के किनारे दुकान लगाने वाले लोग अंबानी अडानी नहीं होते बल्कि वह आम लोग होते हैं,  जिनकी मेहनत से परिवार का गुजर बसर चलता है. उनके बारे में भी सरकार द्वारा नहीं सोचा गया. लेकिन, सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद करना चाहूंगा जिसने अपने आदेश से यह स्पष्ट कर दिया कि यह देश संविधान से चलेगा.


सपा अध्यक्ष बोले- सौहार्दमेवजयते!
वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सुप्रीमो कोर्ट के आदेश का स्वागत किया है और कहा कि अब सुप्रीम कोर्ट ने प्रतिबंध को हटा दिया है. संप्रदाय की राजनीति खत्म हो रही है. सपा प्रमुख ने कहा कि जनता संप्रदाय की राजनीति को समझ गयी है. अपनी कुर्सी बचाने के लिए दुकानों के बाहर बोर्ड (मालिकों के नाम) लगाने को कहा है और सच तो यह है कि इसमें दिल्ली और लखनऊ की सरकारें मिली हुई हैं.


सपा अध्यक्ष ने एक्स पर लिखा अब सभी दुकानों के आगे एक नई पट्टी लिखी जानी चाहिए जिस पर लिखा हो सौहार्दमेवजयते! सपा अध्यक्ष ने लिखा- 'एक नयी ‘नाम-पट्टिका’ पर लिखा जाए : सौहार्दमेवजयते!'


बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकार के उस निर्देश पर रोक लगा दी है, जिसमें कांवड़ यात्रा रूट पर खाने-पीने की दुकानों, ढाबा और ठेले पर दुकानदारों के नाम लिखने के आदेश दिए गए थे. कोर्ट ने कहा कि उन्हें ये बताना होगा कि किस तरह का खाना परोसा जा रहा है. कोर्ट ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश सरकारों को नोटिस जारी इस पर जवाब भी मांगा है.