UP Nikay Chunav 2023 Results: निकाय चुनाव के नतीजों को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में देखा जाए तो गम का माहौल होना चाहिए और हम गम में हैं भी. लेकिन कर्नाटक में हम खुशियां मना रहे, कर्नाटक की जीत से आज पूरे देश के कांग्रेस कार्यकर्ता खुश हैं. जहां तक यूपी के निकाय चुनाव की बात है तो हमने बार-बार यही कहा कि जो पिछला रिजल्ट है उससे बेहतर करने का प्रयास किया जा रहा है और करेंगे. हमने कभी नहीं कहा कि हम बीजेपी को हटाकर और नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत में अपनी सरकार बनाएंगे.
बड़ी जोर शोर से सपा और बीजेपी का प्रचार हो रहा था. कांग्रेस का तो लोग नाम ही नहीं ले रहे थे. लेकिन हमें पता था कि कांग्रेस ही लड़ाई लड़ेगी. जहां हम गांव, गली-मोहल्ले में गए तो वोटर का आकर्षण कांग्रेस के लिए देखा और उसी आकर्षण को देखते हुए बीजेपी सरकार के तमाम मंत्री विधायक गांव-गांव गली-गली घूमते नजर आए. हर तरीके के अपने अधिकारों का दुरुपयोग भी किया उन्होंने. कई जगह वोट काटे गए, हजारों की संख्या में शहरों में वोट काटे, 1-1 मोहल्ले में वोट काटे. पुलिस का इतना आतंक है कि अगर कहीं सरकार के खिलाफ प्रचार देखा गया तो उसे दबाने का काम किया गया.
'वोटर से नेता का अटैचमेंट महत्वपूर्ण'
खाबरी ने कहा कि निकाय चुनाव में एक भय का माहौल पैदा करने का काम किया गया. यह लोकतंत्र के लिए बिल्कुल ठीक नहीं है. जहां तक नगर निगम की बात है तो पिछली बार भी हमारे पास नहीं था. हमने कोशिश की और हमारा वोट प्रतिशत बढ़ा है. निकाय चुनाव में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का विशेष ध्यान न देने के मुद्दे पर बृजलाल खाबरी ने कहा कि अगर पिछले बार के चुनाव में राष्ट्रीय नेतृत्व नगर निगम, नगर पालिका के चुनाव में आता रहा हो तो इस बार भी उन्हें आना चाहिए था. लेकिन हमारे संज्ञान में यही है कि इस चुनाव में राष्ट्रीय नेतृत्व ने कभी अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई तो इस बार भी नहीं आना था. संयोग से चुनाव कर्नाटक में था तो इसलिए कह सकते कि वहां ज्यादा फोकस किया गया.
स्थानीय निकाय के चुनाव कार्यकर्ता और पदाधिकारियों के हैं. इसमें प्रचार प्रसार से ज्यादा संबंध महत्वपूर्ण है. खाबरी ने आगे कहा कि वोटर से नेता का अटैचमेंट महत्वपूर्ण है. उसके लिए हमें जो समय मिला हम संपर्क में रहे, कुछ और समय चाहिए था. राहुल गांधी ने कहा नफरत की हार हुई है मोहब्बत जीती है. यहां भी हम नफरत खत्म करके मोहब्बत बढ़ा कर आने वाले चुनाव में कांग्रेस एक अच्छा प्रदर्शन करने की तैयारी कर रही.
'पुलिस का सहारा लेकर उस इलाके को कमजोर किया गया'
सीएम योगी से लेकर डिप्टी सीएम, प्रदेश से लेकर केंद्र के मंत्रियों तक निकरने लगा है. इस को दबाने के लिए काय चुनाव का प्रचार करने पर बृजलाल खाबरी ने कहा कि बीजेपी सरकार को अंदर से बहुत डर था कि कांग्रेस हर जगह दिखाई दे रही है. कांग्रेस का कार्यकर्ता मुखर होकर अपनी पार्टी की चर्चा जब एक मंत्री किसी जिले में जाता तो पूरी फोर्स उसके इशारे पर काम करना शुरू हो जाती है. जहां जहां से पता चलता है कि कांग्रेस मजबूत हो रही तो पुलिस का सहारा लेकर उस इलाके को कमजोर किया गया. ऐसे कई उदाहरण हमारे सामने हैं. ऐसी दर्जनों घटनाएं फोन पर आईं कि कहीं पर हम थोड़े वोट से अगर जीत रहे तो रिकॉउंटिंग की तैयारी कर ली.
'जो जीत गया वही सिकंदर'
बृजलाल खाबरी ने कहा कि राजनीति में हमेशा सेमीफाइनल होता है. जो जीत गया वही सिकंदर. लेकिन यहां सेमीफाइनल का मतलब नहीं है, यहां मुद्दों की बात है. जब मुद्दे जनता के हित में आते हैं तो जनता उन्हें देखकर अपने हित में आई हुई बात को देखकर पार्टी के साथ चल देती है. जैसे 2014 में देश के वर्तमान प्रधानमंत्री ने लंबा-लंबा फेंका तो जनता को लगा इससे अच्छा मौका क्या होगा और जनता ने उन्हें प्रधानमंत्री बना दिया. लेकिन इससे जो देश का सत्यानाश हो रहा है वह देखने को मिल रहा है. लेकिन अब कर्नाटक को देखिए वहां जो 40 फीसदी कमीशन खोर सरकार थी उसे हटाने का जनता ने मन बना लिया था और उन्होंने यह करके दिखा दिया.
'देश को बचाने वाला एक दल है और देश को बेचने वाला एक दल है'
खाबरी के मुताबिक कर्नाटक एक शुरुआत है, चाहे इसे कांग्रेस की शुरुआत और बीजेपी के खात्मे का सेमीफाइनल कहिए या फाइनल लेकिन आने वाले जितने राज्य होंगे वहां इसी तरीके के नतीजे आएंगे क्योंकि देश में जनता ने तय कर लिया है कि देश को बचाने वाला एक दल है और देश को बेचने वाला एक दल है. देश को बचाने वाली कांग्रेस है, देश को बेचने वाली बीजेपी. आने वाले लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस के अलावा कोई दूसरा दल दिखाई नहीं देगा.