लखनऊ, भाषा। उत्तर प्रदेश में किसानों की समस्याओं को लेकर कांग्रेस आगामी छह फरवरी से आंदोलन शुरू करेगी। पांच चरणों में बांटी गयी इस मुहिम के तहत सरकार को प्रखंड स्तर से लेकर राजधानी तक घेरने की रणनीति बनायी गयी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सोमवार को 'भाषा' को बताया कि किसानों की तमाम समस्याओं को लेकर आगामी छह फरवरी से पार्टी का वृहद आंदोलन शुरू होगा। इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है। आंदोलन को पांच चरणों में बांटा गया है जिसमें प्रखंड से लेकर लखनऊ तक सरकार को घेरने की रणनीति बनायी गयी है। पार्टी कार्यकर्ता पूरे राज्य में भाजपा सरकार की नीतियों से नाराज़ किसानों के बीच जाकर उन्हें एकजुट करेंगे।
उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत किसानों के नेतृत्व में कांग्रेस नेता जिला स्तर पर प्रशासन के साथ भाजपा के जनप्रतिनिधियों को भी घेरेंगे। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता किसान मांग पत्र लेकर डेढ़ करोड़ किसानों से जनसंपर्क करेंगे। इस बीच, कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने बताया कि करीब तीन महीने तक चलने वाले इस आंदोलन के दौरान कुछ चुनिंदा स्थानों पर चार-पांच बड़ी रैलियां आयोजित की जाएंगी, जिनमें पार्टी महासचिव और प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा शामिल होंगी। कुछ रैलियों में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के भी शामिल होने की सम्भावना है। उन्होंने बताया कि हर प्रखंड में करीब 50 कार्यकर्ताओं को चिन्हित किया गया है जो मांग पत्र लेकर किसानों के बीच जाएंगे। साथ ही जमीन पर किसान आंदोलन का माहौल बनाने के लिए पूरे प्रदेश में हर प्रखंड में दो बड़ी नुक्कड़ सभाएं होंगी, जिसमें कांग्रेस के प्रदेश पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। पार्टी ने पूरे प्रदेश में करीब 15 हज़ार नुक्कड़ सभाओं की रूपरेखा भी तैयार कर ली है।
लल्लू ने कहा कि पूरे प्रदेश में किसान आवारा पशुओं से परेशान है। गन्ना किसानों के भुगतान की समस्याओं की खबरें लगातार आती रही हैं। पूर्वांचल में धान खरीद भी बिचौलियों के भरोसे हो रही है। बुंदेलखंड में लगातार किसान को बैंकों से नोटिस मिल रहे हैं। जबकि, किसान बेमौसम बारिश की मार से जूझ रहा है, उसकी दलहन की फसल पूरी चौपट हो गयी है।