UP News: राजधानी लखनऊ में बुधवार (18 दिसंबर) को कांग्रेस ने विधानसभा घेराव कर प्रदर्शन किया. इस घटना में कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई, जिनकी पहचान प्रभात पांडेय के रुप में हुई. इस मामले में अब मृतक के चाचा मनीष कुमार पांडेय ने हुसैनगंज थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है.
पुलिस को दी गई तहरीर में मनीष कुमार पांडेय ने बताया कि मेरा भतीजा प्रभात कुमार पांडेय (31) गोमतीनगर में एक पीजी में रहकर तैयारी कर रहा था. आज शाम को उन्हें कांग्रेस दफ्तर से फोन आया था कि कार्यालय में करीब दो घंटे से प्रभात बेहोशी की हालत में पड़ा है. जिसके बाद मैंने अपने एक परिचित को कांग्रेस कार्यालय भेजा, जहां उन्हें पता चला कि प्रदीप के हाथ पांव ठंडे हो गए हैं.
मृतक के चाचा मनीष कुमार पांडेय ने बताया कि कांग्रेस कार्यालय में जब मेरे परिचित ने दबाव बनाया तब उन्होंने कार से प्रभात को अस्पताल पहुंचाया. जहां डॉक्टरों ने प्रभात को मृत घोषित कर दिया. उन्होंने पुलिस को बताया कि मेरे भतीजे को कोई बीमारी नहीं थी, लेकिन उन्हें आशंका है कि उनके साथ कोई अनहोनी हुई है. मनीष ने अपने भतीजे की हत्या की आशंका जताई है.
घटना पर पुलिस ने क्या कहा?
इस घटना के बाद पुलिस ने प्रभात की मौत को लेकर स्पष्टीकरण दिया और लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की. पुलिस ने बताया कि आज 18 दिसबंर 2024 को लगभग शाम पांच बजे कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडे (28) निवासी सहजनवा, गोरखपुर, को कांग्रेस प्रदेश पार्टी कार्यालय से सिविल अस्पताल लाया गया था. डॉक्टरों ने पुष्टि की कि उन्हें मृत अवस्था में ही अस्पताल लाया गया था.
पुलिस के मुताबिक, प्रारंभिक जांच में पाया गया कि मृतक को आखिरी बार कांग्रेस प्रदेश पार्टी कार्यालय में देखा गया था, जहां वह बेहोशी की हालत में पाए गए थे. डॉक्टरों के अनुसार, प्रथम दृष्टया उनके शरीर पर कोई बाहरी चोट के निशान नहीं मिले हैं.
घटना के संबंध में पुलिस ने आगे बताया कि मामले की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए मृतक के शव के पोस्टमार्टम डॉक्टरों के पैनल से कराया जाएगा और इसकी वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी. पुलिस विधिक प्रक्रिया का पालन करते हुए त्वरित और पारदर्शी जांच सुनिश्चित करेगी.
लखनऊ पुलिस ने की ये अपील
इस मामले में फैलाई जा रही अफवाहों पर लखनऊ पुलिस ने कहा, "प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों पर किसी भी प्रकार का बल प्रयोग किया ही नहीं गया था. इस घटना से जोड़कर गलत जानकारी और अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी, जिससे कानून व्यवस्था और शांति पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े."
पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ ने अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और न ही अफवाह फैलायें, किसी भी जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों पर ही भरोसा करें. इस संवेदनशील मामले में सभी की भावनाओं का आदर किया जाएगा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे.
वहीं इस मामले पर यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि आज हमारे लिए दुखद दिन, आज हमारा प्रोटेस्ट था, देश भर में ये प्रोटेस्ट था, जनता के मुद्दे लेकर हम सड़क पर उतरेंगे ये हमारी तैयारी थी. आज जब विधानसभा के लिए हम निकले तो कांटो वाले बेरिकेड थे मैने पहले ही कहा था कि ये बेरिकेड खतरनाक और घातक है. आज उसी प्रोटेस्ट के दौरान पुलिस की मार से हमारा कार्यकर्ता पुलिस की मार से वो व्यक्ति मरा है.
अजय राय ने कहा कि पुलिस ने मारा है ये मृतक ने कहा. उसने पानी मांगा, फिर वो कार्यलय में आकर लेटे और फिर बेहोश हो गए उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने मृत घोषित किया. ऐसी ही घटना असम में हुई राजभवन घेराव करते हुए वहां हमारा कार्यकर्ता असम में भी अत्याचारी सरकार के कारण एक कार्यकर्ता की मौत हुई. इसमें जो भी अधिकारी जो पुलिस वाले हैं उन्हें दंडित किया जाए उन पर मुकदमा कराकर उन्हें जेल भेजा जाए.
उसके प्राइवेट पार्ट पर लात से मारा गया- अजय राय
उन्होंने कहा कि प्रभात पांडे जिसकी मृत्यु हुई वो मीडिया के एक आदमी का भतीजा है. प्रभात हमारा यूथ कांग्रेस का सचिव है, हम उस बच्चे के परिवार को दस लाख रुपये देंगे. सरकार से कहेंगे कि एक करोड़ रुपये और एक सरकारी वकील दी जाए.आज ये दमनकारी सरकार के कारण ऐसा हो रहा है. एक और कार्यकृत है, जिसके प्राइवेट पार्ट पर लात से मारा गया और उसका प्राइवेट पार्ट फट गया. आज हम सब दुखी हैं कि हमारे दो कार्यकर्ता शहीद हुए है. हम परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करते हैं और उस परिवार के साथ हमेशा खड़े है.
2027 में चुनाव हराकर लेंगे बदला- अजय राय
अजय राय ने कहा कि आज मेरे ऊपर भी अधिकारियों के द्वारा कैसे दबाया गया, हमारे ऊपर पुलिस ने पैर रखा उसके बाद मैं बेहोश हुआ. ये सरकार हत्या करना चाहती है, इस सरकार का बदला 2027 में चुनाव हराकर लेंगे.
प्रियंका गांधी ने बीजेपी पर साधा निशाना
इस घटना को लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और वायनाड सांसद प्रियंका गांधी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट संदेश में लिखा, "उत्तर प्रदेश में व्याप्त कुशासन के खिलाफ विधानसभा घेराव करने जा रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पुलिस की बर्बरता ने हमारे एक कार्यकर्ता की जान ले ली. गोरखपुर के युवा कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पाण्डेय की मौत अत्यंत हृदयविदारक है."
प्रियंका गांधी ने आगे लिखा, "इसी तरह असम में प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर बीजेपी सरकार ने लाठी-डंडे और आंसू गैस के गोले चलवाए, जिसमें मृदुल इस्लाम की मौत हो गई." उन्होंने कहा, "बीजेपी की सरकारों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर जिस तरह दमनकारी कार्रवाई की है, वह अंग्रेजी राज की याद दिलाता है. बीजेपी संसद में बाबा साहेब पर हमला कर रही है और सड़कों पर उनके संविधान को कुचल रही है."
'यूपी में संविधान और लोकतंत्र की हत्या'
केंद्र में नेता विपक्ष और रायबरेली सांसद राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौत को संविधान की हत्या बताई है. सोशल मीडिया पर राहुल गांधी ने लिखा, "बीजेपी शासित असम और उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र और संविधान की फिर से हत्या हुई है."
उन्होंने कहा, "देश भर में कांग्रेस पार्टी बाबा साहेब और संविधान के समर्थन में सत्याग्रह कर रही है. इस दौरान अत्यधिक पुलिस बल के कारण गुवाहाटी में मृदुल इस्लाम और लखनऊ में प्रभात पांडे, हमारे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मृत्यु बहुत दुखद और निंदनीय है,
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने घटना पर दुख जताते हुए लिखा, "उनके शोकाकुल प्रियजनों को अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. इन परिवारों को पूरे न्याय का अधिकार है. कांग्रेस के बब्बर शेर सत्य और संविधान के लिए संघर्ष जारी रखेंगे."
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