स्टिंग केस: हरीश रावत के समर्थन में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने दिया धरना, जेल भरो आंदोलन की दी चेतावनी
स्टिंग केस को लेकर हरिद्वार जिला पंचायत के कार्यकारी अध्यक्ष राव आफाक अली ने कहा कि हरीश रावत को झूठा फंसाया गया है। कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता उनके साथ खड़ा है।
हरिद्वार, एबीपी गंगा। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर सीबीआई द्वारा मुकदमा दर्ज करने के बाद उनके समर्थकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में गुस्सा भड़क गया है। उत्तराखंड किसान कांग्रेस के नेतृत्व में सैकड़ों कांग्रेसियों ने हरिद्वार के सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पर एक दिवसीय धरना दिया और राज्य सरकार पर द्वेष की भावना के तहत फंसाने के आरोप लगाए। प्रदर्शनकारियों ने जेल भरो आंदोलन की चेतावनी भी दी।
प्रदर्शन के दौरान किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुशील राठी ने कहा कि सीबीआई भाजपा सरकार के दबाव में काम कर रही है। भाजपा के दबाव में आकर सीबीआई ने हरीश रावत को फंसाया है। उन्होंने ये भी कहा कि स्टिंग प्रकरण में जिन विधायकों का हाथ है आज वो सब भाजपा में शामिल हैं, इस मामले में हरक सिंह रावत और उमेश शर्मा का नाम सामने आया है जबकि हरीश रावत निर्दोष हैं।
हरिद्वार जिला पंचायत के कार्यकारी अध्यक्ष राव आफाक अली ने कहा कि हरीश रावत को झूठा फंसाया गया है। कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता उनके साथ खड़ा है। राव आफाक अली ने चेतावनी भी दी है कि यदि सीबीआई द्वारा हरीश रावत की गिरफ्तारी की गई तो प्रदेश के तमाम कार्यकर्ता इतनी बड़ी संख्या में अपनी गिरफ्तारी देंगे कि जेल छोटी पड़ जाएगी और सरकार को डीएम तथा एसएसपी कार्यालय भरने पड़ेंगे।
वहीं कांग्रेस पार्टी के पूर्व नगरपालिका चेयरमैन महाराज सतपाल ब्रह्मचारी का कहना है कि हरीश रावत एक निर्भीक नेता है भी नहीं हरीश रावत देश और प्रदेश के लिए कुछ भी करने की क्षमता रखते हैं स्टिंग प्रकरण में हरीश रावत को जानबूझकर पर लाया जा रहा है यहां तक कि मंत्री हरक सिंह रावत भी कह चुके हैं कि हरीश रावत ने मेरा कोई खेत नहीं खोदा है सीबीआई केंद्र सरकार के इशारे पर काम करने वाली संस्था है और हमें न्यायपालिका में पूर्ण विश्वास है
हरीश, रावत पर सीबीआई द्वारा मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद से ही कांग्रेस पार्टी लगातार इसका विरोध कर रही है। गुरूवार को भी भारी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने इकट्ठा होकर मुकदमा दर्ज होने के खिलाफ सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पर प्रदर्शन किया और जेल भरो आंदोलन की चेतावनी दी। अब देखने वाली बात ये है कि प्रदर्शन के बाद हरीश रावत को कितनी राहत मिलती है।