उत्तर प्रदेश: गांधी जयंती के मौके पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, कृषि कानून को वापस लेने की मांग
मेरठ में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गांधी जयंती पर हाथरस गैंगरेप मामले समेत कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया. कांग्रेस का कहना है कि सरकार कृषि कानून को वापस ले, और कानून व्यवस्था को दुरुस्त करें.
मेरठ: कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गांधी प्रतिमा के नीचे बैठकर सत्याग्रह के तहत प्रदेश और केंद्र सरकार पर निशाना साधा. कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि जिस तरह से कृषि कानून केंद्र सरकार लेकर आई है वह पूरी तरह किसान विरोधी है और कांग्रेस पार्टी इस बिल का पुरजोर विरोध करती है. वही हाथरस कांड को लेकर भी विरोध जताया.
दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ता मेरठ के घंटाघर चौराहे के पास गांधी प्रतिमा के नीचे बैठकर सत्याग्रह आंदोलन कर रहे हैं. उनकी मांग है कि केंद्र सरकार जल्द से जल्द कृषि कानून वापस ले प्रदेश में कानून व्यवस्था चुस्त और दुरुस्त हो ताकि बहन बेटियां अपने आप को सुरक्षित महसूस करें.
कृषि कानून को लेकर कांग्रेस लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही है उसका कहना है कि किसी दिन किसानों के लिए किसी भी नजरिए से ठीक नहीं है. इस बिल के आ जाने के बाद किसान अपने ही खेतों में मजदूर बन जाएगा साथ ही साहूकार और पूंजीपतियों के हाथों की कठपुतली जिस प्रथा से कांग्रेस ने किसानों को निकाला था आज केंद्र सरकार उन्हीं साहूकार और पूंजीपतियों के हाथों की कठपुतली बनाना चाहता है. इन किसानों को जो कांग्रेस कतई होने नहीं देगी.
कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की मूर्ति को लेकर यह सत्याग्रह शुरू किया उन्होंने कहा कि गांधीजी ने जिस तरह से अंग्रेजों को सत्याग्रह के जरिए देश से बाहर निकाला था उसी तरह कांग्रेस पार्टी सत्याग्रह कर इन अहंकारियों को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएगी.
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