Ayodhya Ram Mandir Construction: भगवान राम की नगरी में रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण शुरू कर दिया गया है. मंदिर निर्माण के लिए बुनियाद भरी जा रही है. 50 प्रतिशत से ज्यादा काम पूरा हो चुका है. अब तक 25 लेयर भरी जा चुकी है. 15 सितंबर तक बुनियाद भरे जाने की समय सीमा राम मंदिर ट्रस्ट के की तरफ से कार्यदायी कारदायी संस्था को दी गई थी. कार्यदायी संस्था के अधिकारी 12-12 घंटे की दो शिफ्ट में मंदिर की बुनियाद का निर्माण कार्य करवा रहे हैं.
तेजी से किया जा रहा है काम
अक्टूबर महीने से मंदिर के बेस का निर्माण होगा जिसमें मिर्जापुर के बलुआ पत्थर और ग्रेनाइट स्टोन का इस्तेमाल किया जाना है. ट्रस्ट के द्वारा 2023 तक मंदिर निर्माण का कार्य पूरा किया जाना है. कार्यदायी संस्था की तरफ से लगातार तेजी के साथ मंदिर निर्माण का कार्य चल रहा है. बरसात का पानी बुनियाद भरे जाने वाले विशाल भूखंड में प्रवेश ना करे इसलिए उसे प्लास्टिक से पैक कर दिया गया है.
मजबूती का रखा जा रहा है खास ध्यान
5 अगस्त 2020 को देश के प्रधानमंत्री ने भव्य मंदिर निर्माण के लिए रामलला के परिसर में भूमि पूजन किया था. मंदिर निर्माण के लिए विशेषज्ञों की टीम लगातार राम जन्मभूमि परिसर में ही मौजूद है. कार्यदायी संस्था एल एंड टी, टाटा कंसल्टेंसी और बालाजी के इंजीनियर मंदिर की मजबूती को ध्यान में रखते हुए निर्माण कार्य कर रहे हैं. राम मंदिर ट्रस्ट की प्राथमिकता है कि मंदिर हजारों वर्षों तक सुरक्षित रहे और उस लिहाज से मंदिर का निर्माण किया जा रहा है.
तय समय सीमा से पहले होगा काम
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कैंप कार्यालय के प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि बुनियाद भरे जाने और मंदिर निर्माण के लिए तय समय सीमा के पहले ही काम समाप्त किए जाने के उद्देश्य से कार्य किया जा रहा है. मंदिर की बुनियाद भरे जाने का काम 50 प्रतिशत से ज्यादा हो चुका है. मंदिर निर्माण के लिए बुनियाद भरे जाने के बाद मंदिर के बेस का निर्माण किया जाएगा, जिसमें मिर्जापुर के पत्थर और ग्रेनाइट पत्थरों का इस्तेमाल होगा. ग्रेनाइट पत्थर ललितपुर या जयपुर राजस्थान से मंगाया जाएगा. बुनियाद भरे जाने की समय सीमा 15 सितंबर दी गई थी और उससे 2 दिन पहले ही काम खत्म करने के लिए तैयारी की जा रही है. योजना ये है कि 2023 तक भगवान राम का भव्य मंदिर बनाकर तैयार कर दिया जाएगा और भव्य मंदिर में रामलला विराजमान हो जाएंगे.
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