पौड़ी जिला चिकित्सालय में तैनात संविदा कर्मचारियों के समने रोजगार का संकट, सता रहा है इस बात का डर
संविदा कर्मचारियों ने बताया कि जिला चिकित्सालय पौड़ी में सेवा देकर ही उनकी रोजी-रोटी चल रही थी. अब अस्पताल को प्राइवेट हाथों में दिए जाने के बाद अब उनके सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है.
देहरादून: जिला चिकित्सालय पौड़ी में तैनात कई संविदा कर्मचारियों को अब रोजगार छिन जाने का डर हर दिन सता रहा है. ये डर जिला चिकित्सालय पौड़ी का संचालन जल्द ही पीपीपी मोड में संचालित होने के कारण पैदा हुआ है. इसकी वजह से अस्पताल में कार्यरत कई संविदा कर्मचारियों के चेहरे लटक गए हैं.
बढ़ गई है संविदा कर्मचारियों की परेशानी दरअसल, सरकार ने जिला चिकित्सालय पौड़ी को पीपीपी मोड में देकर इसके संचालन का जिम्मा अब मंहत इंद्रेश अस्पताल को सौंपा है. अब महंत इंद्रेश का स्टाफ भी अपनी सेवाएं देने के लिए इस अस्पताल में पहुंच गया है, ऐसे में पिछले 8 से 10 सालों से जिला चिकित्सालय पौड़ी को अपनी सेवाएं दे रहे कई संविदा कर्मचारियों की सेवा समाप्त करने के पत्र भी उन्हें अस्पताल प्रशासन ने दिए हैं जिससे संविदा कर्मचारियों की परेशानी बढ़ गई है.
खड़ा हो गया है रोजगार का संकट संविदा कर्मचारियों ने बताया कि जिला चिकित्सालय पौड़ी में सेवा देकर ही उनकी रोजी-रोटी चल रही थी लेकिन अस्पताल को प्राइवेट हाथों में दिए जाने के बाद अब उनके आगे रोजगार का बड़ा संकट खड़ा हो गया है. संविदा कर्मचारियों की सेवा समाप्त करने के बाद आम आदमी पार्टी और नागरिक कल्याण मंच ने भी अस्पताल में प्रदर्शन किया और संविंदा कर्मचारियों की सेवा बरकरार रखने की मांग की.
अस्पताल प्रबंधन से की जा रही है बात मामले को लेकर डीएम पौड़ी ने बताया कि महंत इंद्रेश अस्पताल के प्रबंधन से भी इस संबध में वार्ता की जा रही है कि संविदा कर्मचारियों की सेवा बरकरार रखी जाए. जबकि, ऐसा न होने पर किसी और सरकारी अस्पतालों में इन सविंदा कर्मचारियों को लगाया जा सके इसके भी प्रयास किए जाएंगे.
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