UP Election 2022: यूपी के चुनावी महासमर में नेताओं की बदजुबानी थमने का नाम नहीं ले रही है. ताज़ा मामला संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj) का है, जहां समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) से बगावत कर बीजेपी में शामिल हुए रामसेवक पटेल (Ramsevak Patel) अपने कार्यकर्ताओं व समर्थकों को चुनाव जीतने के लिए दंगा-फसाद, हिंसा और पैसे-शराब बांटने के लिए भी उकसा रहे हैं. नेताजी की यह भड़काऊ बयानबाजी बंद कमरे में नहीं बल्कि सैकड़ों की भीड़ में सजे मंच पर सार्वजनिक तौर पर की गई है. विधायक रह चुके बीजेपी नेता की बदजुबानी का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने आरोपी पूर्व विधायक और उनके समर्थकों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.



चुनावी सभा में दिया भड़काऊ बयान

रामसेवक का ये वीडियो मेजा विधानसभा सीट का है. इस सभा में उन्होंने कहा कि "चुनाव हर हाल में जीतना है. एक-एक बूथ को जीतने के लिए जो भी करना पड़ेगा, वह आप सबको करना होगा. जीत हासिल करने के लिए चाहे दंगा-फसाद हो या लात जूता, पैसा-कौड़ी या शराब बांटना हो या फिर ताकत दिखाना होगा, सब कुछ करना पड़ेगा. राम सेवक का यह भड़काऊ वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद पुलिस ने इस मामले में उनके और उनके समर्थकों के खिलाफ मांडा थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.  इस नुक्कड़ सभा में सैकड़ों की भीड़ थी. इस बारे में जब उनसे पूछा गया तो वो कोई भी टिप्पणी करने से बचते नजर आए.

 

सपा से भाजपा में हुए हैं शामिल

2017 का चुनाव हारने के बाद भी वो इस सीट से सपा के मजबूत दावेदार थे. लेकिन सपा ने आखिरी वक्त में उनका टिकट काट दिया और संदीप पटेल को उम्मीदवार बना दिया. जिसके बाद रामसेवक सपा से नाराज हो गए और उन्होंने सपा छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया. रामसेवक 7 फरवरी को ही बीजेपी में शामिल हुए है और एक हफ्ते बाद ही वो अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में आ गए हैं. 14 फरवरी को मेजा विधानसभा में पार्टी उम्मीदवार और मौजूदा विधायक नीलम करवरिया के समर्थन में हुई नुक्कड़ सभा में राम सेवक पटेल ने भरे मंच से कार्यकर्ताओं व समर्थकों को उकसाया.