UP Assembly Election 2022: अपने भाषणों के दौरान विवादित टिप्पणी करके पहले भी कई बार चर्चा में आ चुके सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) बुधवार को भी ऐसा ही कुछ बोल गए. पार्टी द्वारा अपने 19वें स्थापना दिवस पर मऊ में आयोजित महापंचायत में सत्तारूढ़ बीजेपी की आलोचना के दौरान राजभर ने प्रदेश के खजाने का जिक्र करते हुए कहा, "जितना भारतीय जनता पार्टी दो महीने में खर्चा करती है उतना एक महीने में हमारे बिरादर खाली दारू पी जाते हैं." 


हालांकि, अगले ही पल राजभर ने लोगों से पूछा कि शराब बंद होनी चाहिए कि नहीं. उन्होंने कहा, "कितने लोग चाहते हैं कि दारू बंद हो जाए. दोनों हाथ उठाकर बताइए कि दारू बंद करना चाहते हैं.... ठीक रहेगा?" इस दौरान मंच पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद थे. इस महापंचायत में सपा और सुभासपा के बीच गठबंधन का औपचारिक ऐलान किया गया. गौरतलब है कि महापंचायत में कई महिला वक्ताओं ने प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की मांग करते हुए कहा कि राज्य में बड़ी संख्या में महिलाओं को इसकी वजह से तरह-तरह की यातनाओं का सामना करना पड़ता है.


'खेला होबे' की तर्ज पर 'खदेड़ा होवे' का नारा


बता दें कि समाजवादी पार्टी (सपा) और उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल के राजभर मतदाताओं में अच्छा-खासा प्रभाव रखने वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने आगामी राज्य विधानसभा चुनाव गठबंधन कर लड़ने का बुधवार को औपचारिक ऐलान किया. साथ ही, दोनों दलों ने राज्य में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ 'खदेड़ा होवे' का आह्वान किया.


सुभासपा द्वारा अपने 19वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित 'वंचित, पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक भागीदारी महापंचायत' में सपा प्रमुख अखिलेश यादव और सुभासपा के अध्यक्ष व पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने हालिया पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी द्वारा दिए गए 'खेला होबे' के नारे की तर्ज पर आगामी यूपी विधानसभा चुनाव के लिए 'खदेड़ा होवे' का नारा दिया.


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