राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन के मुहूर्त पर रार जारी, ब्राह्मण चेतना परिषद ने उठाए सवाल
राम मदिर निर्माण को लेकर होने वाले भूमि पूजन पर रार जारी है. ब्राह्मण चेतना परिषद ने इसे लेकर सवाल उठाए हैं. परिषद का तर्क है कि वर्ष 1989 के 09 नवम्बर को कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मंदिर का भूमि पूजन हो चुका है.
वाराणसी: अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन के मुहूर्त पर रार जारी है. ब्राह्मण चेतना परिषद ने इसे लेकर सवाल उठाए हैं. परिषद का तर्क है कि वर्ष 1989 के 09 नवम्बर को कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मंदिर का भूमि पूजन हो चुका है. उस समय के तत्कालीन प्रधानमंत्री ने भूमि पूजन किया था.
परिषद के सदस्य प्रजानाथ शर्मा ने संतों से सवाल पूछा है कि मुहूर्त किस आधार पर निकाला गया है. किसी की कुंडली के आधार पर महादशा अंतर्दशा प्रत्यंतर दशा पर मुहूर्त नहीं निकाला जाता. यदि ऐसा संभव है तो मुहूर्त ग्रंथ क्यों बना. अपने कथन के पक्ष में प्रजानाथ शर्मा ने पुरानी फोटो और शास्त्रों का हवाला दिया है.
अयोध्या में राम मन्दिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन के मुहूर्त को लेकर प्रयागराज के ज्योतिषाचार्य आचार्य अविनाश राय ने 5 अगस्त को शुभ मुहूर्त नहीं होने की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि इस वक्त भूमि पूजन करना उचित नहीं होगा. चातुर्मास में देवालय का भूमि पूजन और शिलान्यास वैसे भी नहीं किया जाना चाहिए. ज्योतिषाचार्य के मुताबिक 5 अगस्त को ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति भी शुभ योग नहीं बना रही है. इस मुहूर्त में भूमि पूजन से निर्माण में कई तरह की बाधाएं पैदा हो सकती हैं.
बता दें कि, अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन की तारीख पांच अगस्त तय है. राम मंदिर का भूमि पूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. पीएम मोदी के अयोध्या कार्यक्रम का पूरा विवरण भी जारी कर दिया गया है. पीएम मोदी पांच अगस्त को सुबह 11.30 बजे अयोध्या पहुंचेंगे. इसके बाद पहली बार पीएम मोदी रामजन्म भूमि रवाना होंगे. भूमि पूजन के कार्यक्रम में साधु-संतों समेत कुल 200 मेहमान शामिल होंगे.
पीएम मोदी का हैलिकॉप्टर सुबह 11.30 बजे साकेत विश्वविद्यालय उतरेगा. इसके बाद पीएम मोदी का काफिला राम जन्म भूमि के लिए रवाना होगा. बताया जा रहा है कि भूमि पूजन का कार्यक्रम सिर्फ दो घंटे का होगा. इस दौरान पीएम मोदी सिर्फ दो जगह हनुमानगढ़ी और रामजन्म भूमि जाएंगे. हालांकि ये तय नहीं है कि पीएम मोदी सबसे पहले कहां जाएंगे. पीएम मोदी के इस दो घंटे के कार्यक्रम में से एक घंटा उनका भाषण होगा.
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