लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण से हालात बेहद खराब थे. हजारों लोगों ने घातक महामारी के चपेट में आकर अपनी जान गंवाई. वहीं, कुछ हफ्तों पहले गंगा के किनारे लगती लाशों ने सरकार के दावों पर सवाल उठाये थे. ऐसे दृश्य उन्नाव और बलिया में सामने आए थे. कहा ये भी गया कि, बिहार से बहकर ये लाशें यहां पहुंची. लेकिन इस विवाद के बाद प्रशासन ने आनन-फानन में इन्हें गंगा के किनारे ही रेत में दफन कर दिया था. इस बीच इनकी तस्वीरें जब सार्वजनिक होने लगी तो स्थानीय प्रशासन ने कब्र पर पड़ी पीली चादरों को हटाना शुरू कर दिया. अब इसे लेकर विवाद हो गया है. तमाम विपक्षी दल सरकार पर निशाना साध रहे हैं.


सामने आए कई वीडियो, प्रियंका ने किया ट्वीट


इनसे जुड़े कई वीडियो सामने आ रहे हैं. इनमें नगर निगम के कर्मचारी पीली चादरें व लकड़ियों द्वारा की गई घेरेबंदी को हटा रहे हैं ताकि अलग से न दिखे. इसे लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर सरकार को घेरा. उन्होंने लिखा कि, जब जिंदा थे तो उन्हें इलाज नहीं मिला. कई ऐसे हैं जिनका अंतिम संस्कार भी ठीक तरह से नहीं हुआ. अब उनके ऊपर पड़ी रामनामी चादर भी हटाई जा रही है.


प्रशासन की तरफ से कोई बोलने को तैयार नहीं


हालांकि, इस पर प्रशासन ने अबतक अपनी तरफ से कोई सफाई नहीं पेश की है. जानकारी के मुताबिक, इन शवों को लोगों ने धन के अभाव में, लकड़ियों के कमी के चलते व कई ने कोरोना बीमारी के भय से इन्हें ऐसे ही छोड़ दिया था. आपको बता दें कि, ऐसे कई शवों को उन्नाव, बलिया, वाराणसी व प्रयागराज में नदी के किनारे ही दफना दिया गया. 


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