UP Assembly Election 2022: सोनभद्र की घोरावल विधानसभा सीट पर टिकट को लेकर यहां के राजपुर राजघराने में घमासान मच गया है. इस सीट के लिए इस परिवार से तीन दावेदार मैदान में ताल ठोक रहे हैं. इनमें महाराज की बेटी दीक्षा सिंह, बहू बिंदेश्वरी सिंह राठौर और भतीजे देवांश ब्रम्ह शाह तीनों टिकट के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं. कांग्रेस से रॉयल फैमिली की बेटी राजकुमारी दीक्षा कुमारी और बहू बिंदेश्वरी सिंह राठौर दावा कर रही थी लेकिन कांग्रेस ने बेटी का टिकट काटकर बहू को दे दिया, जिससे दीक्षा कुमारी नाराज हो गईं वहीं महाराज के भतीजे बीजेपी से दावेदारी कर रहे हैं. 


कांग्रेस ने बहू को दिया टिकट


सोनभद्र में आने वाली 4 विधानसभा सीटों में से तीन पर कांग्रेस उम्मीदवारों का एलान कर चुकी है. घोरावल सीट पर कांग्रेस ने राज घराने की बहू को टिकट दिया है, जिससे राजघराने के परिवार के अन्य सदस्य नाराज हो गए है और प्रियंका गांधी पर परिवार में लड़ाई करवाने का आरोप लगा कर पार्टी को सबक सिखाने की बात कर रहे हैं.


राजघराने की बेटी ने जताई आपत्ति


कांग्रेस ने जैसे ही टिकट का एलान किया राजघराने में आपसी विरोध के स्वर उठने लगे. राजकुमारी दीक्षा कुमारी ने अपनी पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे जल्द ही चुनावी मैदान में उतरेगी. लेकिन जब उनसे किस पार्टी से टिकट लेंगी तो सिर्फ इतना ही कहा कि उसके लिए इंतजार करें. कांग्रेस ने गलत किया है हमारे पिता जी और हम पूरे परिवार के लोग कांग्रेस में सदैव रहे है. पर प्रियंका गांधी का जो स्लोगन है "बेटी हूं, लड़ सकती हूं " वो स्लोगन हमारे घर मे ही फिट कर दिया. मेरे परिवार के मुखिया पिता जी है पिता जी के बगैर इजाजत के बहू को टिकट देकर हमारे घर में कांग्रेस ने आग लगने का काम कर दिया है.  बिंदेश्वरी सिंह हमारी भाभी है अगर भाभी बन कर रहेगी तो सिर आंखों पर है अगर कांग्रेस प्रत्याशी बनकर आएगी तो हमारे पिता जी का प्लेटफॉर्म उन्हें इस्तेमाल नही करने दिया जाएगा. 


प्रियंका पर लगाया फूट डालने का आरोप


दीक्षा कुमारी ने कहा कि भाभी का राजनीति में आने का फैसला उनके अकेले का था, परिवार की रजामंदी नहीं थी, लिहाजा उनसे कोई मतलब नहीं है. कांग्रेस नेताओं ने धोखा दिया है.  प्रियंका गांधी ने जानबूझकर हमारे घर मे लड़ाई लड़वाने का काम किया है. हम लोग कांगेस को सबक सिखाने का काम करेंगे.


भतीजे भी अलग ठोक रहे हैं ताल

वहीं राज घराने के राजकुमार देवांश ब्रम्ह शाह ने भाजपा से टिकट की दावेदारी की है और पिछले छह महीने से अपना प्रचार प्रसार कर रहे है. देवांश ने कहा हम लगातार भाजपा से जुड़े रहे है हमारे पिता भी पुराने जनसंघ से जुड़े रहे है. अभी भाजपा का टिकट फाइनल नही हुआ है अगर भाजपा हमें मौका देगी तो हम जरूर चुनाव लड़ेंगे.


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