हरिद्वार: हरिद्वार में महाकुंभ का आयोजन सवालों के घेरे में है. कई राज्यों ने हरिद्वार से लौट रहे लोगों की कोरोना रिपार्ट अनिवार्य कर दी है. वहीं 12 और 14 अप्रैल को हुए शाही स्नान के बाद हरिद्वार में कोरोना पैर पसारता गया. पिछले 10 दिनों में कोरोना के लगभग 6000 केस सामने आए. इन सबके बीच जिला स्वास्थ्य महकमे की क्या तैयारी है. पढ़ें ये रिपोर्ट
12 और 14 अप्रैल के शाही स्नान के बाद हरिद्वार महाकुंभ को लेकर कई तरह के सवाल उठने लगे. देश भर में यह कहा जाने लगा कि हरिद्वार महाकुंभ में जो भीड़ उमड़ी थी उससे कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ा है. इतना ही नहीं, कई राज्यों में हरिद्वार से लौटे श्रद्धालुओं की कोविड-19 रिपोर्ट अनिवार्य कर दी. वहीं हरिद्वार स्वास्थ्य महकमा भी यह बात मान रहा है कि, हरिद्वार में शाही स्नान के दौरान दूसरे प्रदेशों से आए श्रद्धालुओं की वजह से कोरोना संक्रमन बढ़ा है पिछले 10 दिनों में हरिद्वार में 6000 के करीब मामले सामने आए हैं. इन सबके बीच जिला स्वास्थ्य महकमा भले ही यह बात कह रहा हो कि, दूसरे प्रदेशों से आए लोगों की वजह से हरिद्वार में संक्रमण बढ़ा है,, लेकिन महकमे की खुद की व्यवस्था भी सवालों के घेरे में है.
ये है जिला स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था
कुल ऑक्सीजन बेड--327
कुल आईसीयू बेड-100
कुल वेंटिलेटर--65
कुल एम्बुलेंस--20
कुल कोरोना बेड--4530
खाली बेड-4114
पॉजिटिव केश से घिरे बेड--416
जिले में एक्टिव मामले--1700 लगभग
होम आइसोलेट--1000 से ज्यादा
अब कुछ होटलों को भी कोविड सेंटर बनाया गया है. यह बात सही है कि पिछले 10 दिनों में हरिद्वार में कोरोना संक्रमण का बहुत तेजी से बढ़ा है, लेकिन स्वास्थ्य महकमा दूसरों पर सवाल उठाने के बजाय खुद सतर्क रहता तो हरिद्वार में संक्रमण इतनी तेजी से ना उभरता. 12 अप्रैल के शाही स्नान के अगले दिन संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 843 रहा. 10 से 19 अप्रैल तक हरिद्वार जिले में कुल 5909 संक्रमित मिले हैं. इनमें राज्य सीमा और मेला क्षेत्र की जांच शामिल हैं. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर गौर करे तो फिलहाल जिले में मात्र 1662 एक्टिव केस हैं, जिनमे लगभग 1010 होम आइसोलेट हैं.
10 दिन में हरिद्वार के कोरोना संक्रमितों के आंकड़े
10 अप्रैल --- 215 लगभग
11 अप्रैल ---- 372
12 अप्रैल ---- 563
13 अप्रैल --- 843
14 अप्रैल ---638
15 अप्रैल --- 629
16 अप्रैल --- 592
17 अप्रैल ----743
18 अप्रैल ----634
19 अप्रैल ----678
महाकुंभ के दौरान हरिद्वार में कोरोना का ग्राफ बढ़ना चिंता की बात है. हालांकि स्वास्थ्य महकमा दावे कर रहा है कि संक्रमण को रोकने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन हर रोज बढ़ रहे कोरोना के मामले स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल खोलने के लिए काफी हैं.
ये भी पढ़ें.
UP: शवों को जलाने के लिये हुई लकड़ी की किल्लत, श्मशान में दाह संस्कार पर संकट