तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के चलते लखनऊ विश्वविद्यालय खुलने के बाद भी सुनसान नजर आया. विश्वविद्यालय में 8 शिक्षकों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है. इनमें से एक रिटायर्ड प्रोफेसर व पूर्व परीक्षा नियंत्रक प्रो. एके शर्मा का आज ही राजधानी के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. विश्वविद्यालय प्रशासन ने शासन को प्रस्ताव भेज ऑनलाइन कक्षाओं की अनुमति मांगी है.


लखनऊ विश्वविद्यालय के 8 शिक्षकों में कोरोना की पुष्टि के साथ ही कई और शिक्षकों में भी कोविड के लक्षण हैं. इनमे कुछ को लगातार तेज बुखार, खांसी की शिकायत है. फिलहाल ये शिक्षक आइसोलेट हैं और अपनी रिपोर्ट का इंतज़ार कर रहे हैं. विश्वविद्यालय में इस समय हर कोई डरा और सहमा है, जिनमे कोरोना की पुष्टि हुई है उनमें एक शिक्षिका गर्ल्स हॉस्टल की प्रोवोस्ट भी है. ऐसे में ये भी डर है कि कहीं होस्टल में किसी छात्र या कर्मचारी को संक्रमण न हो. इंग्लिश, संस्कृत, मैनेजमेंट, जूलॉजी, कॉमर्स और फिजिक्स विभाग के शिक्षकों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है.


इन हालात को देखते हुए विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने ऑनलाइन क्लासेज की मांग की है. शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ विनीत वर्मा ने कहा कि डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा से भी मुलाकात की है. शिक्षक संघ के महामंत्री डॉ राजेन्द्र वर्मा ने कहा कि अगर शासन या विश्वविद्यालय ने जल्द निर्णय नही लिया तो संघ जनरल बॉडी मीटिंग बुलायेगा.


जिस विश्वविद्यालय में करीब 20 हज़ार स्टूडेंट हैं, वहां होली के बाद आज पहले दिन गिने चुने स्टूडेंट्स ही पहुंचे. विश्वविद्यालय में कोरोना का संक्रमण फैलने से स्टूडेंट्स डरे हुए है. अभिभावकों में भी इसे लेकर डर है.


लखनऊ विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार विनोद कुमार सिंह ने कहा, विश्वविद्यालय में इतनी तेजी से कोरोना संक्रमण फैलने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने शासन और जिला प्रशासन दोनों को पत्र लिखा है. शासन से इन हालात को बताते हुए मार्गदर्शन और ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर दिशा निर्देश मांगे हैं. वहीं डीएम और सीएमओ को पत्र भेजा जा रहा है कि विश्वविद्यालय में शिक्षकों, विद्यार्थियों, अधिकारियों, कर्मचारियों के सैंपल कलेक्शन कराए जाएं।