गोरखपुर, एबीपी गंगा। वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए कोरोना फाइटर्स दिन-रात सड़क पर ड्यूटी कर रहे हैं। खाकी वर्दी में शहर की सुरक्षा कर रहीं गोरखपुर की कोरोना फाइटर्स हर मोर्चे पर डटी हैं। मुख्य सड़क के अलावा जहां चार पहिया गाड़ी नहीं जा सकती है, वहां पर स्कूटी से निकलकर लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लॉक डाउन का पालन करने और मास्क लगाने की हिदायत भी दे रही हैं। सीएम सिटी की सड़कों पर अलग-अलग स्कूटी से 5-6 की संख्या में निकली इन कोरोना फाइटर्स को देखकर हर कोई इनके जज्बे की तारीफ कर रहा है।


सीएम सिटी की सड़कों और गली-मोहल्लों में आप यह नजारा लॉक डाउन के दौरान देख सकते हैं। खाकी वर्दी में मुंह पर माइक और बेल्ट में स्पीकर लगाकर स्कूटी से चल रहीं ये महिला फाइटर्स हैं। जहां चार पहिया गाड़ी नहीं जा सकती हैं, वे स्कूटी से भी गली-मोहल्ले तक जा रही हैं। माइक और स्पीकर से लॉक डाउन के दौरान महिला थाने की इंस्पेक्टर अर्चना सिंह सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने के साथ सैनेटाइजर का प्रयोग करने का संदेश दे रहीं हैं।



सड़क के साथ गली-मोहल्लों में भी वे जहां लोगों को एक साथ देख रही हैं, वहां फटकार भी लगा रही हैं। वे लोगों को बता रही हैं कि लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंस मेंटेन करना और मास्क लगाना कोरोना से बचने के लिए बेहद जरूरी है। सड़क पर कोई बगैर हेलमेट के दिखाई दे रहा है, तो उसे भी वे समझा रही हैं। इसके साथ ही आरोग्य ऐप डाउनलोड करने के बारे में भी जानकारी हासिल कर रही हैं। महिला थाने से निकलीं इन कोरोना फाइटर्स को देखकर लोग हैरत में पड़ जा रहे हैं। लेकिन गली-मोहल्ले तक पहुंचने का यह नायाब तरीका लोगों को खूब पसंद भी आ रहा है।


महिला थाने के इंस्पेक्टर अर्चना सिंह बताती हैं कि चार पहिया गाड़ी से गली-मोहल्ले तक नहीं पहुंच पा रही थीं। शिकायतें मिल रही थीं कि गली-मोहल्लों में लोग सोशल डिस्टेंसिंग का न तो पालन कर रहे हैं और न ही मास्क लगा रहे हैं। ऐसे में कोरोना वायरस का खतरा और भी बढ़ रहा है। यही वजह है कि वे अपनी टीम के साथ लोगों को लॉकडाउन का पालन करने और सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने के साथ मास्क पहनने का भी संदेश माइक और स्पीकर के जरिए दे रही हैं। उन्होंने बताया कि स्कूटी से चलने से गली-मोहल्ले तक भी पहुंच पा रही हैं और लोगों को लॉक डाउन का पालन करने और सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने का संदेश भी दे पा रही हैं। ऐसे में लोगों तक पहुंच पाना आसान हो गया है।