प्रयागराज, मोहम्मद मोईन। कोरोना वायरस को लेकर संगम नगरी प्रयागराज भी एलर्ट पर है। इसके साथ ही यहां के सभी प्रमुख सरकारी अस्पतालों में 20 से 30 बेड के एक-एक वार्ड को कोरोना के संदिग्ध मरीजों के लिए रिजर्व कर दिया गया है। रिजर्व किये गए इन आइसोलेशन वार्ड्स में खास इंतजाम किये गए हैं तो साथ ही यहां स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स और ट्रेंड स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है।


यह सभी आइसोलेशन वार्ड 24 घंटे काम करेंगे। हालांकि अभी यहां एक भी संदिग्ध सामने नहीं आया है, लेकिन अधिकारी लगातार इन जगहों की न सिर्फ मॉनीटरिंग कर रहे हैं, बल्कि लोगों को कोरोना के लक्ष्ण बताते हुए थोड़ा भी शक होने पर फौरन इन आइसोलेशन वार्ड में आकर इलाज कराने की अपील भी कर रहे हैं।



अस्पतालों में हैंडवाश और सेनेटाइजर के इंतजाम किये गए हैं तो साथ ही कोरोना के आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी करने वाले डॉक्टर्स व स्टाफ को मास्क व दस्ताने पहनकर ही अंदर जाने के निर्देश दिए गए हैं। शहर के मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय में 30 बेड का स्पेशल आइसोलेशन वार्ड रिजर्व किया गया है। इसी तरह बेली और एसआरएन अस्पताल में भी खास इंतजाम किये गए हैं।



प्रयागराज में कोरोना वायरस की आशंका के चलते होली मिलन के कई समारोह समेत दूसरे सार्वजनिक कार्यक्रम टाल दिए गए हैं। सूबे के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने 8 मार्च को आयोजित होली मिलन समारोह को कोरोना वायरस के चलते स्थगित कर दिया है। उन्होंने यह कदम पीएम नरेंद्र मोदी की नसीहत के आधार पर उठाया है।



हालांकि, यहां अभी स्कूलों को बंद रखने का कोई फैसला नहीं किया गया है, लेकिन उन्हें एहतियात बरतने की एडवाइजरी प्रशासन की तरफ से जरूर जारी की गई है। एमएलएन हॉस्पिटल के सीएमएस डॉ वीके सिंह के मुताबिक कोरोना का अभी तक कोई इलाज नहीं खोजा जा सका है। ऐसे में सिर्फ एहतियात बरतकर ही इससे बचा जा सकता है।