गोरखपुर में 51 अस्पतालों के 84 बूथों पर दूसरी बार हुआ ड्राई रन, वैक्सीनेशन की तैयारी पूरी
गोरखपुर के जिला चिकित्सालय में पहली लाभार्थी के रूप में स्टाफ नर्स अर्चना मौर्या को पहला टीका लगा. जिला चिकित्सालय में ड्राई रन की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए चाक-चौबंद तैयारी की गई. 51 अस्पतालों और 84 बूथों पर ड्राई रन की प्रकिया को पूरा किया गया.
गोरखपुर: यूपी में तीसरा और गोरखपुर में दूसरे चरण के ड्राई रन की प्रक्रिया आज पूरी हुई. 16 जनवरी को होने वाले कोविड-19 टीकाकरण के लिए गोरखपुर पूरी तरह से तैयार है. 5 जनवरी को हुए ड्राई रन की कमियों को इस बार दुरुस्त करने लिए स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारी से लेकर कर्मचारी तक लगे रहे. गोरखपुर में 51 अस्पतालों और 84 बूथों पर ड्राई रन की प्रकिया को पूरा किया गया. सभी बूथों पर 10 नोडल अधिकारियों की निगरानी में टीकाकरण सम्पन्न हुआ.
अधिकारी और कर्मचारी मुस्तैद दिखे गोरखपुर के जिला चिकित्सालय में भी ड्राई रन की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए चाक-चौबंद तैयारी की गई. सुबह 10 बजे से ही जिला चिकित्सायल, महिला चिकित्सालय समेत 51 अस्पतालों में बने 84 बूथों को वैक्सीनेशन शुरू हो गया. पिछली बार की कमियों को पूरा करते हुए इस बार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारी पूरी तरह से मुस्तैद दिखे. गोरखपुर के जिला चिकित्सालय में 15 स्वास्थ्यकर्मियों को लाभार्थी के रूप में कतार में खड़ा किया गया. बड़े मॉनीटर पर अलग-अलग जिलों में होने वाली वैक्सीनेशन की प्रक्रियाओं को सीधे प्रसारण के माध्यम से दिखाने की व्यवस्था भी की गई.
स्टाफ नर्स अर्चना मौर्या को लगा पहला टीका गोरखपुर के जिला चिकित्सालय में पहली लाभार्थी के रूप में स्टाफ नर्स अर्चना मौर्या को पहला टीका लगा. इसके पहले उनका रजिस्ट्रेशन करने के बाद डाक्यूमेंट वैरीफिकेशन की प्रक्रिया को पूरा किया गया. अर्चना को मौके पर तैनात चिकित्सक ने टीका लगाया. इस दौरान गोरखपुर जिला चिकित्सालय के एसआईसी डॉ अभय चन्द्र श्रीवास्तव और गोरखपुर के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सुधाकर पाण्डेय भी हर गतिविधि पर नजर रखे रहे. अर्चना को टीका लगने के बाद आधे घंटे के लिए निगरानी में रखा गया. जिससे टीकाकरण के बाद होने वाले किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव की निगरानी की जा सके.
किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होगी पहली लाभार्थी के रूप में टीका लगवाने वाली स्टाफ नर्स अर्चना ने बताया कि वो काफी अच्छा महसूस कर रही हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है. यहां पर उन्हें आधे घंटे के रुकना होगा. जिससे उन्हें होने वाली किसी भी प्रकार की परेशानी को परखा जा सके. उन्होंने बताया कि इससे पहले के ड्राई रन में जो कमियां रही हैं, उन्हें दुरुस्त कर लिया गया है. इससे वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू होने में किसी भी प्रकार की कोई असुविधा नहीं होगी.
डाक्यूमेंट की जांच की जाएगी गोरखपुर जिला चिकित्सालय के एसआईसी डॉ अभय चन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि जिला चिकित्सायल में दूसरे चरण के ड्राई रन की प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है. अभी पहले लाभार्थी को टीकाकरण किया गया है. उन्होंने बताया कि यहां पर लाभार्थी को आने के बाद रजिस्ट्रेशन कराना होगा. उसके बाद उसके डाक्यूमेंट की जांच की जाएगी. डाक्यूमेंट की जांच के बाद उन्हें टीका लगाया जाएगा. उन्होंने बताया कि लाभार्थी को आधे घंटे के लिए चिकित्सकों की देख-रेख में रखा जाना है. उसके बाद ही वे घर जा सकते हैं.
कमियों को दूर किया गया है गोरखपुर के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सुधाकर पाण्डेय ने बताया कि ये ड्राई रन का दूसरा फेज है. पहले फेज की कमियों को दूर किया गया है. उन्होंने बताया कि गोरखपुर का स्वास्थ्य विभाग वैक्सीनेशन की प्रक्रिया के लिए पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने बताया कि आज-कल में टीकाकरण की प्रक्रिया को शुरू करना हुआ, तो भी उनकी तैयारी पूरी है. उन्होंने बताया कि सभी कोल्ड चेन पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इसके साथ ही सुरक्षा के भी इंतजाम किए गए हैं. सभी टीमों का रिहर्सल पूरा हो चुका है.
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