प्रयागराज: देश में कोरोना के वैक्सीनेशन की तैयारियों को परखने के लिए उत्तर प्रदेश में सोमवार को तीसरा और अंतिम ड्राई रन चल रहा है. संगम नगरी प्रयागराज में भी सोमवार को 46 केंद्रों के 91 सेशन में साढ़े तेरह सौ से ज्यादा मेडिकल स्टाफ को वैक्सीन देने का रिहर्सल किया गया. इस दौरान वही इंतजाम किए गए थे, जो सेंटर्स पर वैक्सीनेशन के दिन होने हैं.


प्राइवेट अस्पतालों में बेहतर इंतजाम
प्रयागराज में सरकारी अस्पतालों के मुकाबले प्राइवेट हॉस्पिटल्स में ज्यादा बेहतर इंतजाम देखने को मिले. ज्यादातर सरकारी अस्पतालों में देरी से ड्राई रन शुरू हुआ. इस दौरान इंतजाम भी बेहतर नजर नहीं आए, जबकि प्राइवेट अस्पतालों में व्यवथाएं चुस्त-दुरुस्त दिखाई दीं. मोतीलाल नेहरू मंडलीय अस्पताल में सुबह सवा नौ बजे तक न तो साफ-सफाई हुई थी और न ही जिम्मेदार लोग पहुंचे थे.


सरकारी अस्पतालों में सुधार की जरूरत
जिले में वैक्सीनेशन के नोडल अफसर एसीएमओ डॉ राहुल सिंह ने भी माना कि सरकारी अस्पतालों में और सुधार किए जाने की जरूरत है. हालांकि, अफसरों ने सभी व्यवस्थाओं की नए सिरे से समीक्षा कर वैक्सीनेशन से पहले सब कुछ चुस्त-दुरुस्त कर लिए जाने का दावा किया.


यहां अव्यवस्था दिखी
वहीं, कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन वाराणसी में भी जारी है. व्यवस्था की सत्यता जानने केलिए बीएचयू के डॉक्टर लाउंज में बने सेंटर पर एबीपी गंगा की टीम पहुंची. व्यवस्थाओं का सच जाना लेकिन यहां अव्यवस्था दिखी. सेंटर के मुख्य द्वार पर सैनेटाइजर जमीन पर रखा मिला और कैमरा देखते कर्मचारी सैनेटाइजर उठाते दिखे. हालांकि, भीतर व्यवस्था ठीक मिली, कमियों के बीच वैक्सीनेशन जारी है. बीएचयू एमएस एसके माथुर के अनुसार सब ठीक है.



ये भी पढ़ें:



अखिलेश यादव का BJP पर तंज- 'घर की आग का मंजर क्यों नहीं दिखता उन्हें'


जर्जर यूपी: खतरे की घंटी बजा रहे 207 परिषदीय स्‍कूलों के भवन, बच्‍चों की जान को खतरा