गोरखपुर: देश और प्रदेश के साथ गोरखपुर के 6 केन्‍द्रों पर 16 जनवरी से टीकाकरण शुरू हो गया है. गोरखपुर में दो चरण के ड्राई रन ने स्‍वास्‍थ्‍य महकमे को इसके लिए पूरी तरह से तैयार कर दिया था. प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के उद्बोधन और शुभारम्‍भ के बाद गोरखपुर में टीकाकरण शुरू हुआ. गोरखपुर के जिला चिकित्‍सालय में बने केन्‍द्र में एसीएमओ डॉ नीरज कुमार पाण्‍डेय ने पहला टीका लगवाकर लोगों को ये व‍िश्‍वास दिलाया कि ये पूरी तरह से सुरक्षित है.


एसीएमओ ने लगवाया पहला टीका
गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्‍सालय, महिला चिकित्सालय, तीन पीएचसी सहजनवां, पिपराइच और कैम्पियरगंज में टीकाकरण की प्रक्रिया को शुरू किया गया. हर केन्‍द्र पर पहले दिन 100 यानी 6 केन्‍द्रों पर 600 लाभार्थियों को टीका लगा है. गोरखपुर के जिला चिकित्‍सालय में इसकी शुरुआत हुई और एसीएमओ डॉ नीरज कुमार पाण्‍डेय ने टीका लगवाया. टीका लगने के पहले और टीका लगने के बाद भी उन्‍होंने बताया कि उन्‍हें ऑब्जर्वेशन में उन्‍हें काफी सामान्‍य महसूस हो रहा है. उन्‍हें किसी भी प्रकार की कोई दिक्‍कत नहीं है.


घबराने की जरूरत नहीं
गोरखपुर जिला चिकित्‍सालय के एसीएमओ डॉ राजेश कुमार ने तीसरे नंबर पर टीका लगवाया. उन्‍होंने टीका लगने के पहले बताया कि वे काफी उत्‍साहित हैं. चिकित्‍सक होने के नाते वे लोगों से अपील करते हैं कि लोगों के घबराने की जरूरत नहीं है. उन्‍होंने टीका लगने के बाद बताया कि वे सामान्‍य महसूस कर रहे हैं. किसी भी प्रकार की कोई परेशानी महसूस नहीं हो रही है. उन्‍होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि टीके को सामान्‍य तरीके से लें. ये उनके स्‍वास्‍थ्‍य के लिए अच्‍छा और जरूरी है.


डर जैसी कोई बात नहीं
एसीएमओ डॉ एएन प्रसाद ने टीका लगवाने के पहले कहा कि इसमें कोई डर जैसी बात नहीं है. उनका रजिस्‍ट्रेशन हो गया है. वे टीका लगवाने जा रहे हैं. इसे लगवाने से लोगों को फायदा है न कि कोई नुकसान. टीका लगवाने के बाद उन्‍होंने बताया कि वे अच्‍छा महसूस कर रहे हैं. उन्‍हें किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं महसूस हो रही है.


टीका लगने के बाद रहे सामान्‍य
जिला चिकित्‍सालय के टीबी क्‍लीनिक गोरखपुर के बीसीजी टीम लीडर केदार नाथ गुप्‍ता ने टीका लगने के पहले और बाद में भी सामान्‍य महसूस करने की बात कही. उन्‍होंने कह कि टीकाकरण से किसी भी प्रकार से कोई दिक्‍कत नहीं है. टीका लगने वाली जगह पर थोड़ा दर्द है, जो सामान्‍य टीका लगने के बाद भी होता है. टीबी क्‍लीनिक के लैब टैक्‍नीशियन अशोक कुमार ने भी टीका लगने के पहले और बाद में सब सामान्‍य बताया. उन्‍हें किसी भी तरह कोई साइड इफेक्‍ट नहीं हुआ है. स्‍वास्‍थ्‍यकर्मी हरदीप यादव ने टीका लगने के पहले और बाद में बताया कि वे सामान्‍य महसूस कर रहे हैं.


ये गौरवान्वित होने का क्षण है
जिला चिकित्‍सालय में वैक्‍सीनेशन का निरीक्षण करने आए नगर विधायक डॉ राधा मोहन अग्रवाल ने कहा कि ये खुशी, आभार प्रदर्शन और गौरवान्वित होने का क्षण है. हम कोरोना पर अंतिम वार करने जा रहे हैं. यहां रिकवरी रेट सबसे अच्‍छा रहा. बच्‍चों का 35 साल से डॉक्‍टर हूं. बच्‍चों का डॉक्‍टर होने के नाते टीकाकरण से सीधा संबंध रहा है. स्‍मालपॉक्‍स, पोलियो, काली खांसी, टिटनेस खत्‍म हुआ था. इतना सुनियोजित अभियान अभी तक चलते हुए नहीं देखा था. हम 134 करोड़ की आबादी हैं. हमने आत्‍मनिर्भर होकर बीमारियों से लड़ने का काम भी किया है. चिकित्‍सक और स्‍वास्‍थ्‍यकर्मी टीकाकरण कराकर ये संदेश दे रहे हैं कि जब आपका नंबर आए सावधानी रखिए.


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