गोरखपुर: कोविड-19 के टीका 'कोवैक्सिन' का मनुष्य पर क्लीनिकल परीक्षण शहर के राणा अस्पताल एवं ट्रामा सेंटर पर शुरू हो गया है. अस्पताल के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी वेंकटेश चतुर्वेदी ने शुक्रवार को बताया कि परीक्षण बृहस्पतिवार की शाम डॉक्टर अजीत प्रताप सिंह और डॉक्टर सोना घोषण की निगरानी में शुरू हुआ. उन्होंने बताया कि अब तक नौ लोगों को उनकी इच्छा से टीका लगाया गया है.


क्लीनिकल ट्रॉयल के लिये 12 संस्थानों के चुना गया


गोरखपुर का राणा अस्पताल एवं ट्रामा सेंटर कोविड-19 के स्वदेश में विकसित पहले टीके का मनुष्य पर क्लीनिकल परीक्षण करने के लिए चुने गये 12 संस्थानों में से एक है. यह अस्पताल पहले टायफायड और जापानी इन्सेफेलाइटिस (दीमागी बुखार) के टीकों का भी मनुष्य पर क्लीनिकल परीक्षण कर चुका है.


चतुर्वेदी ने बताया, ‘‘भारत बायोटेक इंटरनेशनल द्वारा विकसित टीके ‘कोवैक्सिन’ की 34 खुराक की पहली खेप बुधवार को मिली. शुक्रवार को हमें जाइडस कैडिला द्वारा विकसित 20 कोवैक्सिन मिलीं. हम कंपनियों की ओर से जल्द ही और टीके मिलने की उम्मीद कर रहे हैं. भारत बायोटेक के टीके का मानव पर परीक्षण शुरू किया जा चुका है. जल्द ही जाइडस कैडिला के टीके का परीक्षण भी शुरू किया जाएगा.’’


वॉलंटियर बनने के लिये जारी किये गये नंबर


उन्होंने बताया कि जिन्हें टीका लगाया गया है, उनकी लगातार निगरानी की जा रही है और सभी पूरी तरह ठीक हैं. चतुर्वेदी ने बताया कि हम और वॉलेंटियर तलाश रहे हैं. उन्होंने कहा, ''अगर कोई स्वस्थ है, बारहवीं कक्षा पास है और 18 से 55 साल की आयु के बीच का है और चिकित्सकीय परीक्षण के लिए वॉलेंटियर बनना चाहता है और कोविड-19 के खिलाफ हमसे जुड़ना चाहता है, वह 830—30—28051 और 6388—2140—84 नंबरों पर संपर्क कर सकता है.''


ये भी पढ़ें.


अमरोहा में धरा गया फर्जी शिक्षक, एक दस्तावेज के सहारे तीन नौकरी, कहीं प्रिंसिपल तो कहीं लेखपाल


सज्जन सिंह का मशहूर किरदार निभाने वाले अनुपम श्याम ओझा की मदद के लिए आगे आए सीएम योगी