कानपुर के निजी अस्पताल में होगा कोविड-19 की दवा का ह्युमन ट्रॉयल, 36 वॉलंटियर्स पर होगा परीक्षण
कोरोना महामारी भारत में घातक रूप लेती जा रही है. वहीं, इस महमारी के इलाज के लिये लगातार दवा का परीक्षण किया जा रहा है. भारत में भी ट्रॉयल शुरु हो गया है. कानपुर के एक निजी अस्पताल में कोरोना वायरस की दवा का मानवीय परीक्षण किया जाएगा.
कानपुर. कोविड 19 के उपचार के लिये दवा का मानवीय परीक्षण उत्तर प्रदेश के कानपुर महानगर के एक निजी अस्पताल में औपचारिक रूप से शुरू किया जाएगा. इस दवा को भारत बायोटेक ने विकसित किया है. संभावना जताई जा रही है, कि जिन मरीजों पर यह परीक्षण किया जाएगा उनकी स्क्रीनिंग के बाद गुरुवार या शुक्रवार तक चिकित्सीय निर्देशन में दवा दी जाएगी.
शहर का प्रखर अस्पताल राज्य के उन दो अस्पतालों में है, जिन्हें कोरोना वायरस के दवा के परीक्षण के लिये चुना गया है. यहां 36 वॉलंटियर्स हैं, जिन पर यह परीक्षण होगा. सभी की उम्र 18 वर्ष से लेकर 55 साल के बीच है. इनमें से पांच महिलाएं हैं व दो 20 साल के नवयुवक हैं.
अलग-अलग क्षेत्र से हैं वॉलंटियर्स
अस्पताल के संचालक डॉक्टर जेएस कुशवाहा ने जानकारी देते हुये बताया कि, सभी वॉलंटियर्स अलग-अलग पृष्ठभूमि से हैं. कुछ खिलाड़ी भी हैं. इनमें से ज्यादातर मध्यम वर्गीय परिवार से हैं और वे स्वेच्छा से इस परीक्षण में शामिल होना चाहते हैं ताकि इस मुश्किल वक्त में मानव जाति की मदद की जा सके.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के मानकों के तहत सभी 36 वॉलंटियर्स का सोमवार को स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. उनके खून व स्वैब के नमूने लिये गये और उन्हें ICMR द्वारा प्रमाणित प्रयोगशाला में RT-PCR व एंटी बॉडी टेस्ट के लिये भेजा गया.
दो चरणों में होगा दवा का परीक्षण
कुशवाहा ने बताया कि ''उनकी रिपोर्ट के अनुसार ही उन्हें दवा दी जाएगी. इसके अलावा उन्होंने कहा कि दवा का परीक्षण दो चरणों में 100 लोगों पर किया जाएगा. यही नहीं डॉ. कुशवाहा ने बताया कि लोग उन्हें लगातार फोन कर रहे हैं और परीक्षण के बारे में जानकारी ले रहे हैं''. उन्होंने बताया कि सोमवार को उनके पास चार लोगों ने इस परीक्षण का हिस्सा बनने के लिये फोन पर जानकारी मांगी, इनमें दो महिलाएं थीं.
एम्स के विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में परीक्षण
दवा दिये जाने से पहले हम सभी वॉलंटियर्स को विशेष परिस्थितियों के तहत रखेंगे. एम्स के विशषज्ञ डॉक्टरों के दिशा-निर्देशन में दवा का परीक्षण किया जाएगा और सभी वॉलंटियर्स की सेहत पर पैनी निगाह रखी जाएगी.
डाक्टरों की टीम दवा परीक्षण के 14वें दिन और 28वें दिन खन के नमूनों लेगी और इन्हें ICMR प्रमाणित लैब में भेजा जाएगा. डॉ. कुशवाहा ने कहा कि हमारा अस्पताल में ऐसे परीक्षणों के लिये आधुनिक मशीनों की सुविधा उपलब्ध है. उन्होंने बताया कि इससे पहले भी अस्पताल में कई बीमारियों के उपचार से जुड़ी दवाओं के परीक्षण हो चुके हैं.
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