UP Coronavirus News: देश में कोरोना के नए वेरिएंट (Coronavirus New Variant BF.7) की आहट को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. सीएम योगी (Yogi Adityanath) के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग (Health Department) का अलर्ट मोड पर रखा गया है. जिसे देखते हुए मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट ने बड़ा कदम उठाया है. इसके तहत प्रदेश के 22 राजकीय मेडिकल कॉलेजों में हॉस्पिटल मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम (Hospital Management Information System) की शुरूआत की गई है. डिप्टी सीएम बृजेश पाठक (Brajesh Pathak) और स्वास्थ्य राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह की मौजूदगी में इसे शुरू किया गया.
इस व्यवस्था से मरीजों को राहत देने के साथ-साथ कोरोना प्रबंधन में भी मदद मिलेगी. इसका फायदा ये होगा कि मरीजों को इधर उधर भटकना नहीं पड़ेगा और मेडिकल कॉलेजों में भी भीड़ कम होगी. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि इस सॉफ्टवेयर से मरीजों के रजिस्ट्रेशन, भर्ती, डिस्चार्ज, एंबुलेंस, खाना, दवाइयां, डॉक्टरों का विवरण और उपलब्धता समेत तमाम अहम जानकारियोंं को ऑनलाइन कर दिया जाएगा. मरीज फोन के प्ले स्टोर से सॉफ्टवेयर को डाउनलोड करके ऑनलाइन पंजीकरण करा सकते हैं. इससे उन्हें अस्पताल में जाकर लाइन नहीं लगनी पड़ेगी.
मरीजों को ऑनलाइन मिलेगी सारी जानकारी
मरीज को अस्पताल में किस दिन कौन से डॉक्टर की उपलब्धता है सारी जानकारी ऑनलाइन मिल जाएगी. रोगी सभी तरह के शुल्क का भुगतान भी ऑनलाइन कर सकेंगे. इस सॉफ्टवेयर से सभी मेडिकल जांच या दवाइयों के पर्चे खो जाने पर मरीज सॉफ्टवेयर से अपना हेल्थ कार्ड खुद मोबाइल से निकाल सकेंगे. हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों को उपलब्ध होने वाली सुविधाएं जैसे एंबुलेंस, बेड अलॉटमेंट, लिनेन, खाना आदि का रिकॉर्ड भी सॉफ्टवेयर के माध्यम से किया जाएगा.
अब तक प्रदेश के 12 राज्य मेडिकल कॉलेजों, चिकित्सा संस्थानों और विश्वविद्यालयों में यह व्यवस्था चल रही थी. आज विभाग ने 22 और मेडिकल कॉलेजों मे इसकी शुरुआत की. उन्होंने कहा जल्द ही प्रदेश के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों, चिकित्सा शिक्षा के संस्थानों में इसे लागू कराएंगे. इस अवसर पर प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार, सचिव चिकित्सा शिक्षा श्रुति सिंह भी मौजूद रहे.
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