लखनऊ, शैलेष अरोड़ा। कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए डॉक्टर राममनोहर लोहिया संस्थान को अंतरराष्ट्रीय स्तर का कोविड-19 अस्पताल बनाने की शुरुआत हो चुकी है। पहले इसे कोविड-2 अस्पताल बनाने की तैयारी थी मगर अब इसे लेवल-3 अस्पताल के तौर पर विकसित किया जा रहा है। लोहिया संस्थान की कोरोना लैब बनकर तैयार हो गई है।
लखनऊ में लेवल थ्री का एक और कोविड हॉस्पिटल
कोरोना से जंग में राजधानी लखनऊ में SGPGI के बाद अब एक और चिकित्सा संस्थान को लेवल थ्री का कोविड अस्पताल बनाया जा रहा है। डॉ राम मनोहर लोहिया संस्थान के शहीद पथ पर स्थित मातृ शिशु रेफरल अस्पताल को कोविड 19 अस्पताल के रूप में विकसित किया जा रहा है। अगले 4 से 5 दिन में ये अस्पताल एक्टिव हो जायेगा।
लेवल थ्री के इस कोविड अस्पताल में 100 बेड
अस्पताल के एमएस डॉ श्रीकेश सिंह ने बताया की यहां कुल 100 बेड होंगे। इनमे 40 ICU वाले और 60 नॉन ICU के बेड हैं। ICU के 40 बेड में 20 वेंटीलेटर की व्यवस्था होगी। इनमे से 10 वेंटीलेटर बेड तैयार हो चुके हैं। अस्पताल में इंटरनेशनल प्रोटोकॉल के तहत कोरोना मरीजों का इलाज होगा। इसके लिए WHO के तहत सभी मानक पूरे किये गए हैं। पहले इसे लेवल 2 का अस्पताल बनाया जाना था। लेकिन बाद में शासन के निर्देश पर इसे लेवल 3 के हिसाब से विकसित किया जा रहा है।
मरीजों और हेल्थ वर्कर्स की अलग अलग एंट्री और एग्जिट
इस कोविड अस्पताल में कुल 4 गेट हैं। इनमे से एक गेट मरीजों के लिए है। इसके अलावा एक गेट हेल्थ वर्कर्स के आने और एक उनके जाने के लिए है। एक गेट को इमरजेंसी के लिए आरक्षित रखा गया है। ये अस्पताल के अंदर वार्ड को भी अलग अलग जोन में बांटा गया है। ये सारी कवायद इसलिए की कोई हेल्थ वर्कर या सही व्यक्ति किसी के संपर्क में आकर संक्रमित न हों।
पहले SGPGI को बनाया गया कोविड अस्पताल
इससे पहले मुख्यमंत्री के निर्देश पर SGPGI के एपेक्स ट्रॉमा सेंटर को कोविड अस्पताल बनाया जा चुका है। SGPGI के एपेक्स ट्रामा सेंटर में 210 बेड की व्यवस्था है। यहां 80 ICU और 130 नॉन ICU आइसोलेशन बेड हैं। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका निरीक्षण किया था। कुछ दिन पहले कोरोना पॉजिटिव मिली बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर का इलाज यहीं किया गया था।