वाराणसी, नितीश कुमार पाण्डेय। वाराणसी में विश्वनाथ कॉरिडोर का काम सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करने के साथ ही शुरू हो गया है। शासन के आदेश के बाद लगभग डेढ़ सौ की संख्या में मजूदर विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के काम में लगे हैं और इन मजदूरों को पूरी सुरक्षा के बीच काम कराया जा रहा है।



22 मार्च के बाद से ही बंद था काम


22 मार्च के बाद से विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का  काम बंद हो गया था। शासन की अनुमति मिलने के बाद दोबारा काम शुरू हो गया है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह की मानें, तो अभी जितना मटेरियल है, उस आधार पर काम शुरू किया गया है। आगे जब और मटेरियल की आवश्यकता होगी, तो आदेश लेकर काम को आगे बढ़ाया जाएगा।



डेडलाइन के आसपास काम को खत्म करना बड़ा चैलेंज


कोरोना की वजह से लागू लॉकडाउन के कारण अब विश्वनाथ कॉरिडोर का काम डेडलाइन के आसापस खत्म करना एक बड़ा चैलेंज हैं। जनवरी में शुरू हुए कॉरिडोर के कार्य को डेढ़ वर्ष के बाद यानी जून 2021 तक खत्म करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन लॉकडाउन के चलते कार्य में ब्रेक लगा और अब इसे दोबारा शुरू कर दिया गया है।



ऐसे में अब विश्वनाथ कॉरिडोर के कार्य की डेडलाइन के लगभग डेढ़ महीने देर से पूरे होने के आसार नजर आ रहे हैं। अब देखना ये होगा कि क्या प्रशासनिक अमला काम के इस चैलेंज को स्वीकार करता है और करता है... तो कैसे ?




काम के समय कामगारों की सुरक्षा प्राथमिकता


यहां पूरे क्षेत्र को बैरिकेट कर दिया गया है। मजदूरों के कार्यस्थल पर आने से पहले सेनेटाइजेशन का कार्य होता है और जब मजदूर आते हैं, तो उनकी थर्मल स्कैनिंग कराई जाती है। उन्हें  हैंडवाश व सेनेटाइजर का प्रयोग कर काम शुरू कराया जाता है। काम के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन हो सके, इसका भी ख्याल रखा जा रहा हैं। इसके साथ ही, काम के दौरान मजदूरों को मास्क और हैंड ग्लब्स भी पहनने के आदेश दिए गए हैं।



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