नई दिल्ली, एबीपी गंगा। कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से पूरी दुनिया में हाहाकर मचा हुआ है। दुनिया के कई देश लॉकडाउन हैं। भारत में भी कोरोना से लड़ने के लिए सभी ऐतिहात बरती जा रही है। इसी के चलते पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार यानी 22 मार्च को सभी देशवासियों से जनता कर्फ्यू (Janta Curfew) में शामिल होने का आग्रह किया है। जनता कर्फ्यू के वक्त रेलवे ने देशभर की कई ट्रेनों के परिचालन को रद्द करने का ऐलान कर दिया है।


क्या है जनता कर्फ्यू?
सबसे पहले जान लेते हैं, आखिर ये जनता कर्फ्यू है क्या। जनता कर्फ्यू मतलब, जनता द्वारा लगाया गया खुद पर कर्फ्यू। जनता कर्फ्यू के दिन सभी को अपने घरों में ही रहना होगा। पीएम मोदी ने भी इसको लेकर देशवासियों से अपील की है और कहा है कि अगर कुछ जरूरी न हो, तो जनता कर्फ्यू के दिन अपनों घरों से बाहर न निकलें। पीएम मोदी ने कहा कि रविवार 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक सभी अपने घरों में रहें।



जनता कर्फ्यू के दिन क्या-क्या बंद रहेगा?


3700 ट्रेनों का परिचालन रद्द


कोरोना वायरस से लड़ने के लिए 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के दिन शनिवार मध्यरात्रि से रविवार रात 10 बजे देश की कई सेवाएं बंद रहेंगी। इस दिन रेलवे ने भी देशभर में 3,700 ट्रेनों के परिचालन को रद्द कर दिया है।  वहीं, देश की दो बड़ी विमानन कंपनियां- इंडिगो और गोएयर ने अपनी करीब एक हजार फ्लाइट्स को भी कैंसल कर दिया है।


शनिवार आधी रात से रविवार रात 10 बजे नहीं कर सकेंगे ट्रेन का सफर


जनता कर्फ्यू के चलते कोई भी यात्री शनिवार आधी रात से रविवार रात 10 बजे तक देश के किसी भी रेलवे स्टेशन पर सफर नहीं कर सकेंगे। सभी मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन भी रविवार तड़के तक थम जाएंगी। साथ ही, उपनगरीय ट्रेन सेवाओं को भी कम कर दिया गया है। वहीं, कोरोना वायरस के चलते भारतीय रेलवे ने सभी गैर-जरूरी यात्रा पर रोक लगाने के मकसद से अबतक 245 ट्रेनें रद्द कर चुका है।


पहले से की गई बुकिंग भी रद्द


बता दें कि देशभर में वर्तमान में रोजाना 2,400 पैसेंजर ट्रेनें और 1,300 मेल व एक्सप्रेस ट्रेनें चलती हैं। रविवार को जनता कर्फ्यू की वजह से इन 3,700 ट्रेनों के ​परिचालन नहीं होगा। वहीं पहले से की गई बुकिंग को भी रद्द कर दिया गया है। जिसके चलते रेलवे ने यात्रियों को पूरा रिफंड करने का भी निर्णय लिया है।


ट्रेनों में नहीं मिलेगी खाने-पीने की चीजें


इतना ही नहीं, कोरोना वायरस की महामारी ने निपटने के लिए आईआरसीटीसी (IRCTC) ने सभी सभी मेल, एक्सप्रेस ट्रेनों में खान-पान सेवाओं को बंद करने का फैसला लिया है। आईआरसीटी ने शुक्रवार को ये आदेश जारी किया था, जो 22 मार्च से लागू होकर अगले नोटिस तक जारी रहेगा। इस आदेश में कहा गया है कि उसने ट्रेनों में फूड प्लाजा, जन आहार और रसोई को अगले नोटिस तक बंद करने का फैसला लिया है। इसमें ये स्पष्ट किया गया है कि प्रीपेट ट्रेनों में भोजन की आपूर्ति करने वाली स्थिर इकाइयां अपना काम जारी रख सकती हैं, लेकिन खान-पान सेवाएं मेल एक्सप्रेस ट्रेनों और ट्रेन साइड वेंडिंग (टीएसवी) ट्रेनों में पूरी तरह से बंद रहेगी। इसमें ये भी कहा गया है कि अगर ट्रेनों में सर्व करने वाली सेवाओं की मांग होती हैं, तो सिर्फ प्रोपराइटी आर्टिकल डिपो(पीएडी) वस्तुएं यानी चाय और कॉफी ही बेचे जाने की इजाजत है।


सिर्फ जरूरी रूटों पर चलेगी लोकल


वहीं, लोकल ट्रेनों की बात करें, तो दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलाकात और सिकंदराबाद में जरूरी रूटों पर ही लोकल के परिचालन की इजाजत है।


लंबी रूटों वाली ट्रेनों का परिचालन नहीं होगा बाधित


जनता कर्फ्यू की वजह से लंबी दूरी की ट्रेनों के परिचालन को बाधित नहीं किया जा रहा है। दरअसल, ये ट्रेनें 22 मार्च की सुबह 4 बजे से पहले ही खुल चुकी होंगी।


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