लखनऊ, संतोष कुमार। कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी (Coronavirus) के बीच में समाज का हर तबका गरीब मजदूरों और कोरोना मरीजों के इलाज के लिए मदद करने के लिए उठ खड़ा हुआ है। इस महामारी से निपटने के लिए सरकार अपने संसाधनों से जी तोड़ लगी हुई है। सांसद, विधायक...अपनी विधायक निधि दे रहे हैं। तो वहीं, इस लड़ाई में सामाजिक सहभागिता निभाने वाले लोग भी अब आगे आ रहे हैं। ऐसे ही एक शख्स है रामचंद्र प्रधान। जो ना तो खुद विधायक है, ना सांसद, लेकिन अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को समझते हुए अपने परिवार की रोजी-रोटी के उन संसाधनों को भी समाज के हित में लगा रहे हैं, जिससे इस आपदाकाल में मदद हो सके।
यूपी की राजधानी लखनऊ से सटे मलिहाबाद से ताल्लुक रखने वाले रामचंद्र प्रधान ने लखनऊ के मलिहाबाद स्थित अपने 60 कमरों वाले एमकेबी पब्लिक स्कूल और महानगर के पारस गेस्ट हाउस को सरकार को देने का फैसला लिया है। ऐसे में जब सरकार गैर राज्यों से आ रहे मजदूरों को सेफ हाउस में ठहराने के इंतजाम में लगी है तो मलिहाबाद का एमकेबी पब्लिक स्कूल एक बड़ा और संसाधनों से लैस ठिकाना बन सकता है।
तो वहीं दूसरी ओर शहर के बीचों बीच स्थित पारस गेस्ट हाउस के बड़े कमरे कोरोनावायरस मरीजो के इलाज में जुटे डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को कोरनटान करने का भी महत्वपूर्ण ठिकाना बनाया जा सकता है।
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