आगरा, एबीपी गंगा। कोरोना वायरस की जंग में एबीपी गंगा लगातार ऐसे कर्मवीरों के योगदान को सराह रहा है, जो इस लड़ाई में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं। इन कर्मवीरों में स्वास्थ्यकर्मियों से लेकर पुलिसर्मियों तक तमाम वो लोग शामिल हैं, जो इस संकट की घड़ी में कोरोना हीरोज बनकर युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं। इन्हीं कर्मवीरों में शामिल हैं आरपीएफ की पांच महिला सिपाही रोजाना 100 से ज्यादा मास्क बना रही हैं। आपको बता दें कि आगरा में रेलवे सुरक्षा बल बाजार में मास्क की कमी के चलते इन-हाउस मास्क बनवा रहा है। आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर 5 महिला कांस्टेबल रोजाना सौ से सवा सौ तक मास्क तैयार कर रही हैं।


 

RPF के सीनियर कमांडेंट पीके पांडा ने दी मुहिम को दिशा


इस काम को लेकर महिला कांस्टेबलों में जबरदस्त उत्साह है, तो वहीं राष्ट्र के प्रति एक ज़िम्मेदारी का अहसास भी कि कैसे संकट काल में अपनी भूमिका का निर्वहन किया जा सकता हैं। उनकी इस मुहिम को दिशा दे रहे हैं आगरा में RPF के सीनियर कमांडेंट पीके पांडा।


 रोजाना 100 से 125 मास्क तैयार कर रहीं RPF की महिला कांस्टेबल


पीके पांडा के मुताबिक, जब उन्हें महसूस हुआ कि उनके स्टाफ के लिए बाज़ार से मास्क मिलने में दिक्कत हो रही है, तो उन्होंने स्टाफ से इसको लेकर चर्चा की, कि क्यों ना मास्क हम अपने स्तर पर तैयार कर लें। इसके चलते चार अप्रैल से हमने 5 महिला कांस्टेबल की ड्यूटी लगा दी और अब हम रोजाना 100 से 125 मास्क तैयार कर रहे हैं। पीके पांडा आगे कहते हैं कि मैं भी यही मास्क इस्तेमाल कर रहा हूं और मेरा स्टाफ भी। आगे चलकर हम रेलवे स्टाफ और फिर जनता में भी इन मास्को को बांटने वाले हैं।


RPF के ऑफिस में हो रहा है मास्क प्रोडक्शन


आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर RPF के ऑफिस में इन मास्क का प्रोडक्शन चल रहा है। इन मास्क को बनाने में यात्रियों और स्टाफ के प्रयोग में आने वाली चादरों का प्रयोग किया जा रहा है। कुल मिलाकर संकट की इस घड़ी में अपनी जिम्मेदारी का ईमानदारी से निर्वहन करने के लिए ABP गंगा इनकी सराहना करता है।


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