नई दिल्ली, एबीपी गंगा। भारत में कोरोना के कुल संक्रमित मामलों की संख्या 18,985 हो गई है। इनमें कुल एक्टिव केस 15,122 हैं और 3,259 लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं। वहीं अब तक 603 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार को पिछले 24 घंटों के दौरान देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के नये मामलों में कमी और स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या में इजाफा दर्ज किया गया है। हालांकि इस दौरान मृतकों की संख्या बढ़ी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने मंगलवार शाम को नियमित प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पिछले 24 घंटों में स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या 705 थी, यह एक दिन में स्वस्थ होने वालों की सर्वाधिक संख्या है। अग्रवाल ने कहा कि इसके साथ ही ठीक होने वाले मरीजों का प्रतिशत 14.75 से बढ़कर 17.48 हो गया है। उन्होंने बताया कि 24 घंटे में संक्रमण के 1,336 नये मामले सामने आये। सोमवार को यह संख्या 1,553 थी। उन्होंने बताया कि जिन जिलों में 28 दिनों से एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है, उनमें पुडुचेरी के माहे, कर्नाटक के कोडागु और उत्तराखंड के पौढ़ी गढ़वाल के अलावा राजस्थान का प्रतापगढ़ जिला भी शामिल है।
23 राज्यों के 61 जिले ऐसे भी हैं, जिनमें पिछले 14 दिनों से संक्रमण के किसी मामले की पुष्टि नहीं हुयी है। सोमवार तक ऐसे जिलों की संख्या 59 थी। अग्रवाल ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने गैर कोविड-19 अस्पतालों में स्वास्थ्य कर्मियों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाये जाने की घटनाओं के मद्देनजर ऐसे अस्पतालों के लिये दिशानिर्देश भी जारी किये हैं। इनके तहत सभी अस्पतालों को आपदा प्रबंधन कार्ययोजना बना कर उसे अमल में लाने को कहा गया है। अग्रवाल ने बताया कि इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में रक्त की उपलब्धता बनाये रखने के लिये भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी से रियल टाइम निगरानी तंत्र को सुचारु रखने को कहा है। साथ ही रक्त की यथाशीघ्र उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये एक हेल्पलाइन (011-23359379) भी शुरु की गयी है। इस पर जरूरतमंद लोग कभी भी किसी भी ग्रुप के रक्त की मांग पूरी कर सकेंगे।
रेपिट टेस्टिंग किट इस्तेमाल न करने की सलाह
इस दौरान भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के वरिष्ठ वैज्ञानिक रमन आर गंगाखेड़कर ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमण पर निगरानी के लिये राज्यों को दी गयीं रेपिड टेस्टिंग किट का अगले दो दिन तक इस्तेमाल नहीं करने का परामर्श दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस किट के परीक्षण परिणाम में अंतर मिलने के बारे में एक राज्य से मिली शिकायत के आधार पर तीन अन्य राज्यों से इसकी पुष्टि किये जाने के बाद आईसीएमआर ने किट में तकनीकी परेशानी का हल किये जाने तक रेपिड किट से परीक्षण नहीं करने को कहा है। गंगाखेड़कर ने बताया कि देश में अब तक कोरोना के 4,49,810 परीक्षण किये जा चुके हैं। इनमें 35,832 परीक्षण पिछले 24 घंटों में किये गये। इनमें आईसीएमआर की 201 प्रयोगशालाओं में 29,776 परीक्षण और निजी क्षेत्र की 86 प्रयोगशालाओं में 6076 परीक्षण किये गये।