प्रयागराज, एबीपी गंगा। संगम नगरी प्रयागराज में कोरोना ने अभी भले ही विकराल रूप न धारण किया हो, लेकिन सरकारी अमले ने हालात खराब होने की सूरत में किये जाने वाले इंतजामों पर अभी से काम करना शुरू कर दिया है। इसके तहत ज़्यादा फ्लैट्स वाली कई बहुमंजिला इमारतों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया जाने लगा है। इसी कड़ी में शहर के कालिंदीपुरम इलाके में डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा तैयार की गई गोकुल आवास योजना को आइसोलेशन वार्ड में अभी से तब्दील कर दिया गया है। इस कालोनी में कुल तीन सौ बारह फ़्लैट हैं।


अभी इन्हें खरीददारों को एलाट नहीं किया गया था। सभी तीन सौ बारह फ़्लैट में एक -एक बेड लगवाकर इनमे आइसोलेशन के इंतजाम कर दिए गए हैं। कालोनी के सभी ब्लॉक में तीन शिफ्ट में मेडिकल टीम भी काम करेगी। प्रयागराज मंडल के कमिश्नर आर. रमेश कुमार ने यहां की जा रही तैयारियों का खुद जायज़ा लिया और अफसरों को ज़रूरी हिदायत भी दी। उनके मुताबिक़ प्रयागराज जिले और मंडल में उस हालात की एडवांस तैयारी कराई जा रही है, जब कोरोना तबाही मचा सकता है। अभी से एहतियाती इंतजाम से हालात काबू में रहेंगे।


बड़े अफसर खुद मोर्चे पर डटे
प्रयागराज मंडल में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में लॉक डाउन पर सख्ती से अमल कराकर कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए मंडल में पुलिस और प्रशासन के बड़े अफसरान खुद ही सड़कों पर उतरकर मोर्चा संभालने लगे हैं। प्रयागराज मंडल के कमिश्नर आर. रमेश कुमार और आईजी केपी सिंह लगातार न सिर्फ मानीटरिंग कर रहे हैं, बल्कि कई बार खुद भी सड़कों पर मुस्तैद नज़र आते हैं। दोनों अफसरान फील्ड में अपने मातहतों की हौसला अफ़ज़ाई करते हैं तो साथ ही उन्हें लॉक डाउन का सख्ती से पालन कराने की हिदायत भी देते हैं।


कमिश्नर आर. रमेश कुमार के मुताबिक़ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना बेहद ज़रूरी है। मातहत ठीक से काम करें और आम लोगों से संवाद भी हो सके, इसीलिये बड़े अफसरों का फील्ड में निकलना बेहद ज़रूरी है। आईजी केपी सिंह का कहना है कि लॉक डाउन तोड़ने वालों के खिलाफ अब सीधे मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। कोरोना की चेन तोड़ने के लिए अब सख्ती बेहद ज़रूरी हो गई है।