नई दिल्ली, एबीपी गंगा। देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इस घातक वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 166 हो गई है। सरकार के निर्देशों के बाद भीड़भाड़ वाले इलाकों में अब लोग जाने से बच रहे हैं। दिल्ली-एनसीआर के मॉल लोगों की भीड़ से गुलजार रहते थे, फिलहाल वीरान पड़े हैं। दिल्ली में स्कूल-कॉलेज, मॉल सभी 31 मार्च तक बंद कर दिये गये हैं। इसके अलावा दिल्ली सरकार ने आदेश जारी किया है कि एक जगह पचास से ज्यादा लोग इकट्ठा नहीं होंगे।


दिल्ली-एनसीआर के महत्वपूर्ण शहर नोएडा में कोरोना वायरस के चार पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं। शहर के सेक्टर 33 में स्थित मशहूर इस्कॉन मंदिर को 31 मार्च तक बंद कर दिया गया है। इसके अलावा नोएडा के पुलिस कमिश्नर ने शहर में धारा 144 लगाने का आदेश दिया है। सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक सभी तरह के आयोजन पर पांच अप्रैल तक रोक लगा दी गयी है।





दिल्ली के द्वारका सेक्टर 14 में कोरोना के डर से वेगास मॉल सन्नाटे में हैं। मॉल के कर्मचारियों के अलावा एक भी शख्स नजर नहीं आ रहा है। वहीं सूरजमल विहार स्थित क्रॉस रीवर मॉल का भी यही हाल है। यहां पर भी कोरोना के डर से लोग खरीददारी करने नहीं आ रहे हैं। कोरोना वायरस का असर भीड़ भाड़ इलाकों वाली जगहों पर भी दिखाई दे रहा है।


दिल्ली से सटे साइबर सिटी गुड़गांव में सभी मॉल सिनेमाघरों और जिम को 31 मार्च तक बंद रखने का फैसला किया गया है। कोरोना वायरस के डर से एमजीएफ शापिंग मॉल में भी सन्नाटा पसरा हुआ है।



दिल्ली के व्यस्ततम मेट्रो स्टेशन राजीव चौक पर भीड़ तकरीबन गायब है। बहुत जरूरी काम से निकलने वाले ही मेट्रो का उपयोग कर रहे हैं। इसके अलावा मेट्रो की भीतर ज्यादातर सीटें खाली हैं।


गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक दिल्ली, कर्नाटक और महाराष्ट्र में जान गंवाने वाले तीन लोग और 25 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। मंत्रालय ने बताया कि संक्रमित लोगों के संपर्क में आए 5,700 से अधिक लोगों पर निकटता से नजर रखी जा रही है। दिल्ली में संक्रमण के अब तक 10 मामले सामने आए हैं जिनमें एक विदेशी शामिल हैं।  इस बीच को निर्देशों का उल्लंघन भी हो रहा है। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में शाहीन बाग में महिलाएं अबतक धरने पर बैठी हैं। सरकार के अफसर उन्हें मनाने के लिये गये भी लेकिन वे धरने से हटने के लिये तैयार नहीं हैं।