लखनऊ, शैलेश अरोड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद आज से देश भर में 21 दिन का लॉकडाउन किया गया है। लेकिन राजधानी लखनऊ में इस लॉक डाउन का मिला जुला असर दिख रहा है। मुख्य चौराहों और सड़कों पर सन्नाटा है तो गली मोहल्ले और कॉलोनियों में दुकानों पर भीड़। कुछ लोगों की यह लापरवाही उस मंशा पर पानी फेर सकती है जिसे ध्यान में रखकर लॉक डाउन किया गया है।


नवरात्र के पहले दिन मंदिरों के कपाट आम भक्तों के लिये भले नहीं खुले लेकिन गली मोहल्ले, कॉलोनी के अंदर पूजन सामग्री की दुकानों पर भीड़ रही। भले ही सरकार बार बार कह रही है कि किराना, सब्जी, फल, दूध समेत अन्य जरुरी सामान की कोई कमी नहीं होगी लेकिन बहुत से लोग फिर भी लापरवाही कर अपने साथ अन्य लोगों की जान को खतरे में डाल रहे हैं। हालांकि पुलिस कर्मी गली मोहल्लों में भी जाकर लोगों को समझा रहे हैं।


वहीं शहर के मुख्य चौराहों, सड़कों पर लॉकडाउन का पूरा असर नज़र आने लगा है। सड़कों पर सन्नाटा पसरा है। जगह-जगह बैरिकेटिंग करके पुलिस आने जाने वालों को रोक कर पूछताछ कर रही है। जो बेवजह घर से बाहर निकल रहे हैं उनके चालान भी किये जा रहे हैं। पुलिस लोगों को समझा भी रही है कि वो लक्ष्मण रेखा पार न करें। जगह जगह सफाई कर्मी भी साफ़ सफाई के काम में लगे हैं।


आपको बता दें कि यूपी में अब तक कोरोना वायरस के 37 पॉजिटिव मामले सामने आये हैं। 37 में से 11 को रिकवर होने के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है।  KGMU और NIV पुणे में अब तक 1625 सैंपल भेजे गए, जिनमे 1493 निगेटिव, 37 पॉजिटिव पाये गये हैं। 95 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है। नोएडा में 11, लखनऊ और आगरा में 8-8, गाज़ियाबाद में 3, लखीमपुर खीरी, वाराणसी, मुरादाबाद, कानपुर, पीलीभीत, जौनपुर, शामली में 1-1 कोरोना पॉजिटिव केस पाया गया है। बीते 24 घंटे में यूपी में कोरोना के 4 नए केस जिनमे तीन नोएडा, 1 शामली में सामने आया है। बॉर्डर चेक पोस्ट पर अब तक 15,43,954 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। ये डाटा कल शाम साढ़े छह बजे तक का है।