प्रयागराज, मोहम्मद मोईन। कोरोना का अंधेरा मिटाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ने सभी देशवासियों से 5 अप्रैल को एकजुटता दिखाने की जो अपील की है उसका संगम नगरी प्रयागराज के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी न सिर्फ स्वागत किया है, बल्कि उस पर पूरी तरह अमल करने की भी बात कही है।
प्रयागराज के मुस्लिम समुदाय के लोगों का कहना है कि पीएम मोदी की यह अपील किसी एक धर्म या जाति के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए है। यह आयोजन कोरोना के खिलाफ छिड़ी जंग में देश की एकजुटता दिखाने के लिए है, इसलिए यह सभी की जिम्मेदारी बनती है कि वो 5 अप्रैल की रात को 9 बजे 9 मिनट तक लाइट्स ऑफ कर मोमबत्तियां, दीये या मोबाइल की टार्च जलाएं।
प्रयागराज के मुस्लिम धर्म गुरुओं ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से पीएम की इस अपील पर पूरी तरह अमल करने की अपील की है। शिया जामा मस्जिद के इमाम मौलाना हसन रजा जैदी और चक मोहल्ले की मस्जिद की इंतजामिया कमेटी के सदस्य इरशाद उल्ला ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से देश की एकजुटता दिखाने के इस आयोजन में पूरे जोश के साथ हिस्सा लेने की अपील की है।
मस्जिदों में नहीं हुई जुमे की नमाज
संगम नगरी प्रयागराज में शुक्रवार को किसी मस्जिद में जुमे की नमाज नहीं हुई। अकीदतमंद अपने घरों पर ही नमाज अदा कर रहे हैं और अल्लाह की बारगाह में सजदे कर उनसे मुल्क और समूची दुनिया को कोरोना से निजात दिलाने की दुआएं मांग रहे हैं। प्रयागराज की मस्जिदों में ताले लटके हुए हैं और किसी भी नमाजी को मस्जिद में दाखिल होने की इजाजत नहीं दी जा रही है।
कोरोना के खात्मे की दुआ
मस्जिद में मुतवल्लियों ने अजान दी है और वह अकेले या किसी एक सहयोगी के साथ ही नमाज अदा कर रहे हैं। वैसे प्रयागराज की प्रमुख मस्जिदों के बाहर पुलिस का पहरा भी लगा हुआ है। प्रयागराज के चौक इलाके की जामा मस्जिद और जीरो रोड स्थित शिया जामा मस्जिद में अजान तो हुई, लेकिन सामूहिक नमाज नहीं अदा की गई। शिया जामा मस्जिद के इमाम मौलाना हसन रजा जैदी ने लोगों से घर पर ही नमाज अदा करने और इंसानियत के लिए खतरा बनते जा रहे कोरोना के खात्मे की दुआ करने की अपील की है।