Noida Corona News: पहले कोविड 19, फिर डेल्टा वैरिएंट और अब ओमिक्रोन वैरिएंट के रूप में कोरोना ने दस्तक दी है. लेकिन सबसे चिंताजनक बात ये है कि इस महामारी ने जब जब रूप बदला है तब तब और ज्यादा घातक साबित हुई है. इसलिए लिए स्वास्थ्य महकमा कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर काफी चिंतित है क्योंकि माना जा रहा है कि ये वैरिएंट काफी तेजी से फैलता है. यही वजह ही कि देश की कि राजधानी दिल्ली से सटे जिलों में इस वैरिएंट का खतरा काफी ज्यादा है. दिल्ली से सटे नोएडा में हर विदेश से आने जाने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है और उनके सैंपल लिए जा रहे हैं ताकि इस महामारी को जिले में फैलने से रोका जा सके.
नोएडा में अबतक विदेश से करीब 5355 लोग आ चुके है जिसमे 1211 लोग ऐसे है जो हाई रिस्क वाले शहरों से आये हैं. जिसमें से करीब 80 फीसदी लोग स्वास्थ्य विभाग के संपर्क में हैं. 20 फीसदी लोगों से अभी भी स्वास्थ्य विभाग सम्पर्क नहीं कर पाया है. ये लोग अभी भी लापता हैं. यही वजह है कि स्वास्थ्य विभाग इन लोगों की तलाश में जुटा हुआ है. नोएडा में कुल 24 एक्टिव कोरोना मरीज हैं. जिसमे पिछले 24 घण्टे में 8 मरीज सामने आए हैं इन मरीजो में 3 ऐसे मरीज है जो विदेश से लौटे हैं. तीनों मरीजों के सैंपल जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए लखनऊ और दिल्ली एनसीडीसी भेज दिए गए हैं.
नया वैरिएंट ओमिक्रोन जिस तरह तीन हफ्ते के भीतर अफ्रीका और यूरोप में हावी हुआ है, उससे भारत में भी जनवरी तक इसके मरीजों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. यह तीसरी लहर का कारण बन सकता है. यही वजह है भारत में ओमिक्रोन के मरीजों की संख्या बढ़कर 73 हो गई है. फिलहाल अभी तक देश में मिले ओमिक्रोन वैरिएंट के अधिकांश मरीज ऐसे हैं, जो विदेश से आए हैं. इसे आम जनता के बीच फैलने से रोकना बेहद मुश्किल है.
देश में कोरोना की दूसरी लहर के लिए डेल्टा वेरिएंट पूरी तरह जिम्मेदार था. अभी तक देश में आ रहे कोरोना पॉजिटिव के लगभग अधिकांश मामले डेल्टा के ही हैं. वहीं पहली लहर चीन के वुहान से निकले कोविड-19 के मूल वायरस से आई थी, जो सितंबर 2020 में पीक तक पहुंचने के बाद फरवरी 2021 तक धीरे-धीरे कम होती चली गई. इसके बाद दिसंबर 2020 में पहली बार सामने आया डेल्टा वैरिएंट फरवरी 2021 से जोर पकड़ने लगा और मार्च से लहर का रूप धारण कर लिया था.
ओमिक्रोन वेरिएंट डेल्टा से कई गुना अधिक तेजी से फैलने वाला वायरस है जिसके जनवरी 2022 से बढने की आशंका है. इसलिए इस वैश्विक महामारी से बचने के लिए हमें बेहद सतर्क और सावधान रहना होगा क्योंकि यह महामारी अभी पूरी तरह से हमारे देश से नहीं गई है. इस लिए दो गज की दूरी मास्क है जरूरी जैसे मूल मंत्र का पालन कर हम इस महामारी से लड़ सकते हैं.
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