रायबरेली, एबीपी गंगा। जहां एक तरफ पूरा देश कोरोना वायरस (Coronavirus) जैसी वैश्विक महामारी से जूझ रहा है और देश के प्रधानमंत्री घर से बाहर ना निकलने की अपील कर रहे हैं। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष  सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के संसदीय क्षेत्र रायबरेली के ऊंचाहार में पुलिस प्रशासन पूरी तरह से उदासीन नजर आ  रहा है, जिसके कारण ऊंचाहार की नवीन मंडी में हजारों की संख्या में लोग सब्जी खरीदने पहुंच गए है। सबसे हास्यास्पद तो यह है कि वहां ना तो कोई पुलिसकर्मी दिख रहा और ना ही प्रशासन का कोई नुमाइंदा, जबकि जिले की जिलाधिकारी सुभ्रा सक्सेना ने घर से बाहर न  निकलने की बात कहते हुए आवश्यक सामग्रियों को लोगों के घर तक पहुंचाने की बात कही है। बावजूद उसके ऊंचाहार प्रशासन ना तो भीड़ पर अंकुश लगा पा रहा है और ना ही जिलाधिकारी के आदेशों को मान रहा है।  ऐसे में  सवाल उठता है कि इस तरह से कैसे संभव है कोरोना से बचाव।



ऊंचाहार में लॉकडाउन का नहीं दिखा असर, मंडी में उमड़ी भीड़

बता दें कि रायबरेली जिले के ऊंचाहार तहसील के पास नवीन सब्जी मंडी बनी है, जहां लॉकडाउन के बावजूद हजारों की संख्या में लोग सब्जी खरीदने उमड़ पड़े हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 21 दिन लॉकडाउन की घोषणा करते हुए सभी लोगों को घरों से बाहर न निकलने की अपील की है। जिसके बाद जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने भी लिखित तौर पर कहा कि  लोग अपने घरों में रहें, बाहर ना निकलें, आवश्यक वस्तु लोगों के घर तक पहुंचेंगी।



डीएम ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर फिर भी...

इन सब के लिए जिलाधिकारी ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है, जिस पर विभाग के कर्मचारी 24 घंटे मौजूद रहेंगे। किसी को किसी भी वस्तु की आवश्यकता होने पर वह उसके घर तक पहुंचेगी।  इतना ही नहीं, शुभ्रा सक्सेना ने सख्त लहजे में कहा कि यदि कोई भी इसका उल्लंघन करता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी, लेकिन ऊंचाहार प्रशासन व पुलिस इस गंभीर मामले को बड़े हल्के में ले रहा है।

तभी तो सब्जी मंडी में भीड़ उमड़ पड़ी है, हजारों की संख्या में लोग सब्जी खरीद रहे हैं। लोग सड़कों से आ जा रहे हैं, लेकिन ना तो प्रशासन का कोई आदमी दिख रहा और ना ही पुलिस का ।



ऊंचाहार में पुलिस-प्रशासनिक अमला उदासीन

गल्ला मंडी के पीछे बने स्टैंड में खड़ी मोटरसाइकिल व साइकिले इस बात का सबूत दे रही हैं कि मंडी के अंदर भीड़ खचाखच भरी है। जबकि  शहरी क्षेत्र में पुलिस प्रशासन चुस्त-दुरुस्त दिखाई दे रहा है।  किसी को घर से बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा है, अगर कोई निकल भी रहा है, तो उससे लंबी पूछताछ के बाद ही उसे जाने दिया जा रहा है। इन सबके बावजूद भी ऊंचाहार पुलिस व प्रशासनिक अमला पूरी तरह से उदासीन नजर आ रहा है ।


सड़कों पर आवागमन लगातार जारी

सड़कों पर लोगों का आवागमन लगातार चल रहा है। भीड़ एक जगह इकट्ठा हो रही है। इन सब को रोकने के लिए ना तो कहीं पुलिस बल दिखाई पड़ रहा है और ना ही प्रशासनिक अमला। इस तरह पूरी तरह से ऊंचाहार प्रशासन भीड़ रोकने में नाकाम साबित हुआ है और अपने आला अधिकारियों के फरमानों को भी नहीं मान रहे हैं।


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