प्रयागराज, मोहम्मद मोईन। कोरोना वायरस की वजह से समूचे देश में लागू लॉकडाउन की वजह से तमाम लोग अपने घर-परिवार से दूर दूसरे राज्यों या जिलों में फंसे हुए हैं। ट्रेन-बस व हवाई सेवाएं बंद होने और सड़कों पर निकलने पर रोक की वजह से ये लोग अपनों तक पहुंच भी नहीं पा रहे हैं।


इनमें तमाम लोग ऐसे हैं जो अपनों की फिक्र में खासे परेशान हैं। लॉकडाउन तोड़कर वह अफसरों और नेताओं के घरों व दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें कहीं से भी मदद नहीं मिल पा रही हैं। संगम नगरी प्रयागराज में डीएम दफ्तर पर रोजाना इसी तरह के सैकड़ों लोग अर्जी लेकर पहुंचते हैं। तमाम दलील देते हैं। अफसरों से गुहार लगाते हैं, लेकिन अंत में उन्हें मायूसी ही हाथ लगती है।



प्रयागराज के जॉर्ज टाउन इलाके के रहने वाले कारोबारी संतोष मिश्र की बेटी साक्षी इन दिनों इंदौर के एक नामी इंस्टीट्यूट से पढ़ाई कर रही है। बेटी जिस हॉस्टल में रहती हैं, वह लॉकडाउन से पहले ही खाली हो चुका है। हॉस्टल में सिर्फ साक्षी और एक अन्य लड़की बची है। वहां मेस में काम करने वाले कारीगर भी अपने घरों को रवाना हो गए हैं। उन्हें न तो खाना मिल पा रहा है और न ही वह सुरक्षित हैं। संतोष किसी तरह बेटी तक पहुंचना और उसे घर लाना चाहते हैं। कई दिनों से अफसरों के चक्कर लगा रहे हैं। जिम्मेदार लोगों को ट्वीट भी कर चुके हैं। तमाम जगहों पर गुहार लगाने के बावजूद उन्हें कहीं से कोई राहत नहीं मिली है।


प्रयागराज के ही करेली इलाके के रहने वाले डॉक्टर रईस अहमद का पूरा परिवार मध्य प्रदेश के छतरपुर में फंसा हुआ है। पेशे से डॉक्टर रईस के एक नजदीकी रिश्तेदार पिछले दिनों बीमार थे। रईस की पत्नी-बेटा और बेटी तीनों उन्हें देखने के लिए छतरपुर गए थे, तभी परिवहन सेवाएं बंद हो गईं। उनकी पत्नी बीमार रहती हैं। उनकी जरूरी दवाएं भी यहीं हैं। वह परिवार को बुलाना चाहते हैं, लेकिन उन्हें भी मायूसी के सिवा कुछ हासिल नहीं हो सका है।



प्रयागराज में डीएम दफ्तर पर संतोष मिश्र और डा रईस की तरह ही तमाम दूसरे लोग भी पहुंच रहे हैं। कई की समस्याएं वाकई गंभीर हैं। जिम्मेदार लोगों को ऐसों से हमदर्दी भी है, लेकिन लॉकडाउन की वजह से वह भी इनकी कोई मदद नहीं कर पा रहे हैं। अफसरों का कहना है कि थोड़ी दिक्कतों के बावजूद लोग जहां हैं, उन्हें वहीं रहना चाहिए और लॉकडाउन का पूरी तरह सम्मान करना चाहिए। डीएम भानु चंद्र गोस्वामी के मुताबिक किसी को भी बेवजह घर से बाहर निकलने और एक से दूसरी जगह जाने की इजाजत नहीं दी जा सकती है।