सहारनपुर, एबीपी गंगा। देशभर के उलेमा लगातार अपील कर रहे हैं कि लॉकडाउन के दौरान नमाज अपने घर में पढ़ें, मस्जिदों में न जाएं लेकिन इन सबके बावजूद लॉकडाउन का लगातार उल्लंघन हो रहा है। आए दिन नमाजी मस्जिदों में नमाज पढ़ रहे हैं। नमाजियों के विरुद्ध न केवल मामले दर्ज हो रहे हैं, बल्कि पुलिस प्रशासन द्वारा उन्हें लगातार चेताया भी जा रहा है। ऐसे में देवबंद दारुल उलूम द्वारा जुमे की नमाज को लेकर फतवा जारी किया गया है।


सहारनपुर जिले में थाना कुतुबशेर और थाना बेहट क्षेत्र में एक साथ नमाज पढ़ने के चलते मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इतना ही नहीं चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया गया है लेकिन इन सबके बावजूद भी नमाज पढ़ने के लिए लोगों का आना लगातार बदस्तूर जारी है।



इसी को देखते हुए देवबंदी उलेमा कारी इशहाक गोरा ने दारुल उलूम देवबंद से जारी फतवे की जानकारी देते हुए बताया कि दारुल उलूम से अब जुमे की नमाज को लेकर फतवा जारी किया है, यह फतवा कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए जारी किया गया है।


उलेमा ने कहा कि इस फतवे के अनुसार जुमे की नमाज को लेकर मस्जिदों में मोअज्जन, इमाम सहित पांच लोग ही सोशल डिस्टेंस रखकर नमाज अदा करें, इसके अलावा सभी लोग अपने घरों में रहकर जोहर की नमाज अदा करें। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की इस वबा को बहुत ही गंभीरता से लेने की जरूरत है और इस वक्त हम सभी लोगों को एकजुट होकर इस वायरस से लड़ने की जरूरत है।



उलेमा कारी इशहाक गोरा ने कहा कि इसे लेकर राजनीति भी की जा रही है, तरह-तरह की बातें बनाई जा रही हैं। दारुल उलूम इसके बिलकुल खिलाफ है। मीडिया में इसको लेकर लगातार कॉल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस समय लोगों को गंभीर होना चाहिए और तमाम हिंदुस्तानियों को एकजुट होकर इस कोरोना नाम की वबा से लड़ना।