बुलंदशहर, एबीपी गंगा। देश को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में लॉकडाउन की घोषणा कर लोगों से सोशल डिस्टेंस बनाए रखने की अपील की थी। भले ही लोगों से भीड़ न लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग की बात कही गई हो लेकिन बुलंदशहर के डिबाई में दो मस्जिदों में लोगों की भीड़ को मौलवी नमाज पढ़ा रहे थे।


फिलहाल मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए पुलिस ने नमाज के बाद दोनों मस्जिदों के मौलवियों के खिलाफ धारा 188 के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दोनों मौलवियों सहित 56 लोगों के खिलाफ 35 मामले सोशल डिस्टेंस उलंघन के दर्ज किये हैं।


बुलंदशहर के डिबाई में स्थित अमीर हमजा मस्जिद में लॉकडाउन के बावजूद उस वक्त नमाज पढ़ाई गई जब प्रधानमंत्री ने देशवासियों से कोरोना को मात देने के लिए सोशल डिस्टेंस की अपील की थी, लेकिन इन लोगों ने सोशल डिस्टेंस व लॉकडाउन की खुलकर धज्जियां उड़ाईं।


डिबाई के ही कसेर कलां में स्थित सराय मस्जिद में भी पुलिस ने दर्जनों लोगों की भीड़ को नमाज पढ़ते हुए पाया। पुलिस ने दोनों मस्जिदों के मौलवियों के खिलाफ सोशल डिस्टेंस और देश में चल रहे लॉकडाउन के उल्लंघन के आरोप में धारा 188 के तहत मुकदमा दर्ज कर दोनों मौलवियों को गिरफ्तार कर लिया है।



सूत्रों की मानें तो पुलिस ने बाद में दोनों मौलवियों को जमानत देकर रिहा भी कर दिया। हालांकि, पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद छापे के दौरान एक मौलवी ने झूठ बोलकर पुलिस को गुमराह करने का भी प्रयास किया मगर पुलिस ने कानूनी कार्रवाई में कोताही नहीं बरती।