टिहरी, एबीपी गंगा। कोरोना वायरस की वजह से हुए लॉकडाउन का सबसे ज्यादा असर दिहाड़ी मजदूरों पर पड़ा है। लॉकडाउन के चलते दिहाड़ी मजदूरों के पास न तो पैसे हैं और न ही राशन। इससे उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है।


मजदूरों की मदद लिए प्रशासन की तरफ से भी कोई पहल नहीं की गई है। स्थानीय लोग कभी-कभी मजदूरों को कुछ खाने को देते हैं, लेकिन ये प्रयास नाकाफी है। सामाजिक संगठन गरीब लोगों की मदद के लिए शहरों की तरफ अधिक ध्याम दे रहे हैं लेकिन टिहरी झील के पास कोटि कॉलोनी में 5 मजदूर ऐसे हैं जिनके पास राशन देने के लिए कोई नहीं पंहुचा है।


लॉकडाउन की वजह से परेशान मजदूर ठेकेदार के अंडर में किसी कंपनी में कार्य करते हैं, लेकिन लॉकडाउन के बाद से ही ठेकेदार ने दिहाड़ी मजदूरों को पैसा, राशन देना तो दूर उनका फोन उठाना बंद कर दिया है। ये सभी मजदूर बिहार के रहने वाले है। लॉकडाउन की वजह से ये मजदूर अपने घरों को भी नहीं जा सकते हैं इसलिए यहीं रहने को मजबूर हैं।