आगरा. नगर निगम में एक बार फिर भ्रष्टाचार का जिन्न निकला है. मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी पवन कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार और कमीशन खोरी के गंभीर आरोप लगे हैं. आगरा नगर निगम सीएफओ के पद पर तैनात पवन कुमार पर विधायक हेमलता दिवाकर कुशवाहा, जिलाध्यक्ष गिरिराज कुशवाहा और बीजेपी पदाधिकारी सोनू चौधरी ने भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति के आरोप लगाए हैं. पवन कुमार की शिकायत में सीएम योगी को एक चिट्ठी भी लिखी गई है.
बीजेपी नेताओं ने इस चिट्ठी में लिखा है, "पवन कुमार लंबे समय से आगरा नगर निगम में डटे हुए हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई सारे जिलों में रहते हुए उन्होंने आगरा की ही तरह जबरदस्त भ्रष्टाचार और कमीशन खोरी से काफी सारा पैसा कमाया है. भ्रष्टाचार के माध्यम से उन्होंने कई मकान, प्रॉपर्टी और लग्जरी गाड़ियां खरीदी हैं."
पहले भी दो मंत्रियों ने लिखी थी चिट्ठी
बता दें कि ये पहला मौका नहीं है जब पवन कुमार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हो. पवन कुमार के खिलाफ साल 2019 के आखिरी में उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री चौधरी उदयभान सिंह और जीएस धर्मेश ने भी चिट्ठी लिखी थी. दो-दो मंत्रियों की तरफ से चिट्ठी लिखे जाने के बावजूद जांच ठंडे बस्ते में चली गई थी. अब एक बार फिर से बीजेपी विधायक और पार्टी नेताओं ने चिट्ठी लिखी है.
सीएफओ की सफाई
वहीं, भ्रष्टाचार के आरोप लगने पर सीएफओ पवन कुमार ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि कुछ ठेकेदार दबाव डलवा कर गलत तरीके से पेमेंट अपने नाम करवाना चाहते हैं, जिसकी इजाजत मैंने नहीं दी है. मैं किसी भी जांच करवाने के लिए तैयार हूं.
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