आगरा: आगरा नगर निगम और भ्रष्टाचार एक दूसरे के पर्याय बन चुके हैं. आगरा में पौधारोपण अभियान के तहत शहर में नगर निगम ने 1.03 लाख पौधे लगाने की रिपोर्ट वन विभाग को दी है, लेकिन मौके पर पौधे नहीं, सिर्फ गड्ढे हैं. एबीपी गंगा की टीम की पड़ताल में यह हकीकत सामने आई है. पौधारोपण सप्ताह समाप्त हो चुका है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि अगर पौधे लगाए हैं तो वो कहां गए. केवल गड्ढे नजर आ रहे हैं लेकिन पौधे नहीं हैं. एक दूसरे पौधारोपण अभियान के तहत नगर निगम ने कमला नगर और बल्केश्वर में सीमेंटेड ट्री गार्ड लगाए हैं लेकिन अंदर पौधे ही नहीं लगाए हैं. ट्री गार्ड के अंदर पौधे न लगाकर प्रदेश सरकार के अभियान से खिलवाड़ किया गया. यह हाल वहां का है जहां मेयर नवीन जैन खुद रहते हैं.


नगर निगम ने मदिया कटरा रोड पर मानसिक स्वास्थ्य संस्थान के अंदर 21 हजार और बाहर 19,500 पौधे लगाने का दावा किया है लेकिन संस्थान के बाहर केवल गड्ढे किए गए हैं. इक्का दुक्का पेड़ नजर आए वो भी बिना खाद और पानी के दम तोड रहे हैं. ज्यादातर जगह गड्ढे दिखे इनमें पौधे एक सप्ताह बीतने के बाद भी नहीं लगए गए. मदिया कटरा रोड पर गड्ढों में एक भी पौधा नहीं मिला. संस्थान के अंदर गड्ढे तो कराए गए हैं लेकिन अभी उनमें पौधे काफी कम हैं.



वहीं, नगर निगम स्तर पर भी पौधारोपण का अभियान चल रहा है, जिसके लिए ट्री गार्ड तो काफी पहले लगा दिए हैं लेकिन पेड़ नजर नहीं आ रहे. ये हाल तब है जब ताज महल होने की वजह से सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी ने आगरा में ग्रीन कवर बढ़ाए जाने को लेकर सरकार से लेकर स्थानीय प्रशासन को तमाम निर्देश से रखे हैं. हालांकि, मेयर नवीन जैन इस गड़बड़झाले पर जांच कराने की बात कह रहे हैं. लेकिन सवाल उठता है जिस योजना पर सीएम योगी की नजर है उसे भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया गया है.


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