UP आगरा में गैस एजेंसी के फर्जीवाड़े का हुआ खुलासा, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना को ऐसे लगा रहा था पलीता
उत्तर प्रदेश के आगरा में गरीबों के लिये शुरू की गई प्रधानमंत्री उज्जवला योजना में भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है. इसके तहत एक गैस एजेंसी संचालक गैस कनेक्शन के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहा था
आगरा (नितिन उपाध्याय). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गरीब महिलाओं के लिये उज्जवला योजना के तहत घर घर सिलेंडर पहुंचाये गये. इस योजना को खूब सराहा गया. लेकिन आगरा में इस योजना को भ्रष्टाचार का घुन लगता नजर आ रहा है. आगरा जनपद के तहसील किरावली क्षेत्र के गांव दूरा में चोखेलाल चंदावती इंडेन गैस एजेंसी का संचालन शुरू किया गया था. लेकिन इस एजेंसी ने गरीबों का हक मारकर सरकार की योजना को पलीता लगा दिया.
कनेक्शन के नाम कर रहा था फर्जीवाड़ा
आपको बताते चलें कि 'उज्जवला योजना' के नाम पर दूरा गैस एजेंसी संचालक द्वारा लोगों से कनेक्शन करने के नाम पर फार्म लिए गए थे, और उनका कनेक्शन भी कर दिया गया, लेकिन गरीबों को मिलने वाला उनका हक गैस एजेंसी संचालक द्वारा नहीं दिया गया. ना ही उनको सिलेंडर मिला, न उपयोग होने वाला सामान. जब लोगों द्वारा अपने कनेक्शन की जानकारी लेनी चाही तो हर बार गैस एजेंसी संचालक के द्वारा उनको गैस एजेंसी से यह कहकर टरका दिया गया कि उनका कनेक्शन नहीं हो पाया है. लेकिन इसकी पोल तब खुली जब देश कोरोना वायरस महामारी की विषम परिस्थितियों से जूझ रहा था तो देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा गरीबों को राहत देते हुए तीन सिलेंडरों के पैसे उनके खाते में पहुंचाए जा रहे थे.
ऐसे खुली पोल...
जब लोगों के खातों में गैस सिलेंडर की सब्सिडी आनी शुरू हुई तो लोग भौंचक्के रह गए. वह कुछ समझ नहीं पा रहे थे, लेकिन जब उन्होंने इसकी जांच पड़ताल कराई तो सच्चाई कुछ और निकली जब जानकारी हुई कि काफी समय पूर्व उनका कनेक्शन तो हो गया है, लेकिन उन्हें उनका मिलने वाला गैस सिलेंडर अभी तक नहीं मिला. जहां एक ओर योगी और मोदी सरकार भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात कह रही है, वहीं इस तरीके से भ्रष्टाचार करने वाले लोग मोदी व योगी की योजनाओं को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा कर पलीता लगाने से नहीं चूक रहे हैं.
अब देखना होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाने वाले इन गैस एजेंसी संचालकों पर कार्रवाई होती है या नहीं या उच्च अधिकारियों के द्वारा मामले को रफा-दफा कर ऐसे दबंग गैस एजेंसी संचालकों को प्रशस्ति पत्र देकर मामले को दबा दिया जाएगा. वहीं पूरे मामले पर आपूर्ति इंस्पेक्टर श्याम बाबू से बात करने पर उन्होंने अपने उच्चाधिकारियों को मामला बताकर टीम गठित कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
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