एबीपी गंगा। कोरोना वायरस (Coronavirus) के संकट से पूरी तरह जूझ रही है। इस बीच एक अध्ययन में अमेरिकन थोरेसिस सोसायटी ने एक रिपोर्ट जारी की है। जिसमें उसने बताया है कि कोरोना वायरस संक्रमित ठीक हुए मरीज से कितने दिन तक दूरी बनाकर रखें। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मरीज के ठीक होने के बाद केवल 14 दिनों तक का क्वारेंटाइन टाइम होना ठीक नहीं, इससे भी संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। बता दें कि ये रिपोर्ट डायग्नोसिस एंड मैनेजमेंट ऑफ कोविड-19 डिजीज के नाम से पब्लिश की गई है, जिसमें इस बीमारी से जुड़ी कई अहम बातों का जिक्र किया गया है। इसमें उन लोगों का भी जिक्र हैं, जो इलाज के बाद पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं।


केवल 14 दिनों तक का क्वारेंटाइन काफी नहीं


कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज, जो ठीक हो चुके हैं, उन्हें करीब 14 दिनों तक क्वारेंटाइन रहने की सलाह दी जाती है। लेकिन इस रिपोर्ट में बताया गया है कि केवल 4 दिनों तक क्वारेंटाइन में रहना काफी नहीं है। इस रिपोर्ट में बताया है कि ठीक हो जाने के कई दिनों बाद तक भी ये वायरस मरीजों के शरीर में जिंदा रहता है।


14 दिनों तक शरीर में रहते हैं फ्लू जैसे लक्षण


वहीं, डॉक्टरों ने भी रिसर्च कर इस बारे में बताया है कि कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक हो जाने के एक हफ्ते यानी 7 दिन बाद तक भी ये वायरस उनके शरीर में जिंदा रहता है। बताया गया है कि 14 दिनों तक उनके शरीर में फ्लू जैसे लक्षण रहते हैं।


अमेरिका की यूनिवर्सिटी का खुलासा


अमेरिका की टेंपल यूनिवर्सिटी (Temple University) के कॉलेज ऑफ पब्लिक हेल्‍थ में महामारी विशेषज्ञ क्रिस जॉनसन ने भी कोरोना को लेकर कई बातों का खुलासा किया है। उनका कहना है कि इस अध्ययन के रिजल्ट बहुत अच्छे हैं। उनके अनुसार, अगर मानव शरीर में कोई भी वायरस बिना नुकसान किए मौजूद रहता है, तो उनका शरीर इस वायरस से प्रतिरक्षा की तैयारी कर लेता है। ऐसा होने के चलते हम दोबारा उस वायरस से संक्रमित नहीं होते हैं। क्योंकि इस स्थिति में उस वायरस से हमारी रोगप्रतिरोधक क्षमता आसानी से मुकाबला कर लेती है।


ठीक हुए मरीज बरतें ये सावधानी


इस बीच ठीक हो चुके कोरोना संक्रमितों को कुछ इहतियात बरतने की जरूरत है। इन लोगों को पानी में पानी शेयर करने से लेकर हाथ मिलाने और परिजनों से नजदीकी संपर्क बनाने से बचना चाहिए। भले ही खांसी, जुखाम या छीकें न आ रही हों, इसके बावजूद बार-बार हाथ धोते रहना चाहिए। विशेषज्ञ क्रिस जॉनसन का कहना है कि संकमित व्यक्ति के पूरी तरह से ठीक हो जाने के बाद उसकी प्रतिरक्षा प्रणाली दोबारा संक्रमण से बचाने के लिए तैयार हो जाती है, ऐसे में इंफेक्शन के दोबारा होने के आसार न के ही बराकर होते हैं।


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